21 नक्सलियों ने किया समर्पण: जंगलवार फेयर कालेज में किया गया 'रेड कारपेट' स्वागत, भेंट में दी गई संविधान की कापी

नक्सलियों ने किया सरेंडर
गौरव श्रीवास्तव- कांकेर। उत्तर बस्तर में सक्रिय रहे 21 माओवादियों ने 18 हथियारों के साथ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है, सभी नक्सलियों का आज जंगलवार कालेज में आयोजित कार्यक्रम में रेड कारपेट में स्वागत किया गया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को बस्तर आईजी ने संविधान की प्रति सौंपकर मुख्यधारा में उनका स्वागत किया है।
नक्सलवाद के खात्मे को लेकर जारी अभियान के बीच इस माह पुलिस ने अपनी रणनीति बदली है। एनकाउंटर की जगह समर्पण को प्राथमिकता देते हुए नक्सलियों को साफ संदेश दिया गया था कि वो यदि आत्म समर्पण कर मुख्य धारा में लौटने को तैयार है तो उनका स्वागत किया जाएगा। लेकिन वो ऐसा नहीं करेंगे तो उनसे फोर्स निपटने को तैयार बैठी है। जिसका असर भी देखने को मिला और इसी माह 208 नक्सलियों ने 109 हथियारों के साथ जगदलपुर में सरेंडर किया, जिसके बाद कांकेर जिले के दो एरिया कमेटी ने आज एक साथ हथियार डाले है, जिसमें 21 नक्सलियों ने 18 हथियार पुलिस को सौंपे है।
उत्तर बस्तर में सक्रिय रहे 21 माओवादियों ने 18 हथियारों के साथ पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है। बस्तर आईजी ने संविधान की प्रति सौंपकर मुख्यधारा में उनका स्वागत किया है। pic.twitter.com/IFQIztEKsb
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) October 29, 2025
दक्षिण बस्तर में छिपे नक्सलियों से की सरेंडर की अपील
बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि एक समय था जब नक्सलियों के पोलित ब्यूरो और सेंट्रल कमेटी में 45 सदस्य हुआ करते थे। लेकिन 2025 की शुरुआत में इनकी संख्या घटकर 18 रह गई थी, और 2025 का अंत आते आते महज 6 से 7 सेंट्रल कमेटी और पोलित ब्यूरो मेंबर शेष बचे है जो दक्षिण बस्तर के जंगलों में छिपे हुए है।
#WATCH | North Bastar Kanker, Chhattisgarh: IG Bastar P Sundarraj says, "... On 26 October, a total of 21 Maoists surrendered their weapons and joined the mainstream. Keshkal Division Committee Secretary Mukesh, along with 13 women cadres and 8 male cadres carrying 18 weapons,… https://t.co/tS5KlTE9nr pic.twitter.com/AXeQ2aBHFL
— ANI (@ANI) October 29, 2025
आईजी ने कहा कि दक्षिण बस्तर में छिपे नक्सलियों से अपील भी कर रहे है और उन्हें चेतावनी भी दे रहे है कि अब भी समय है वो सरेंडर कर दे अन्यथा बस्तर के तैनात डीआरजी समेत तमाम सुरक्षाबल के जवान उनसे निपटने के लिए तैयार बैठे है।
