आदिवासी छात्रा दुष्कर्म मामले में लापरवाही: सरकारी शिक्षक पर कार्यवाही में देरी, सिटी कोतवाली टीआई सस्पेंड

सिटी कोतवाली थाना जशपुर
अजय सूर्यवंशी - जशपुर। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में 10वीं कक्षा की आदिवासी छात्रा से सरकारी शिक्षक द्वारा दुष्कर्म के मामले में एफआईआर दर्ज करने में देरी के आरोप पर थाना प्रभारी आशीष तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई जिले के एसएसपी शशिमोहन सिंह द्वारा की गई, जिन्होंने इसे गंभीर चूक और कर्तव्य लापरवाही माना।
निलंबन आदेश में क्या कहा गया
एसएसपी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, थाना इंचार्ज आशीष तिवारी ने पीड़ित छात्रा की शिकायत आने के बाद भी समय पर अपराध पंजीबद्ध नहीं किया। एफआईआर दर्ज होने में देरी से आरोपी को फरार होने का मौका मिला, जिसे विभाग ने गंभीर लापरवाही माना।

छात्रावास में रहकर पढ़ रही थी पीड़िता
पीड़िता जशपुर में छात्रावास में रहकर 10वीं की पढ़ाई कर रही थी, आरोपी शिक्षक गिरधारी यादव उस पर घरेलू काम का दबाव डालता था, बाद में उसकी नीयत बिगड़ गई और उसने छात्रा के साथ दुष्कर्म करना शुरू कर दिया।
CWC को दी शिकायत, फिर खुला मामला
एक दिन मौका पाकर छात्रा आरोपी शिक्षक के घर से भागी और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को पूरी घटना बताई। इसके बाद मामले पर संज्ञान लेते हुए शुक्रवार शाम आरोपी शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। लेकिन तब तक गिरधारी यादव फरार हो चुका था।
पुलिस पर जानबूझकर देरी का आरोप
स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर यह आरोप लगने लगे कि सिटी कोतवाली पुलिस ने जानबूझकर अपराध कायम करने में देरी की, जिससे आरोपी को भागने का मौका मिल गया। जैसे ही मामला मीडिया और सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर गंभीर रूप से उभरकर सामने आया, एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए टीआई को सस्पेंड कर दिया।
