सड़क न होने से एम्बुलेंस नहीं पहुंची गांव: महिलाओं ने सर्पदंश पीड़िता को पीठ पर लादकर पहुंचाया अस्पताल

सड़क न होने से एम्बुलेंस नहीं पहुंची गांव
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सर्पदंश पीड़िता को पीठ पर लादकर ले जाती हुई महिला 

जशपुर जिले के चुरिलकोना गांव में सड़क सुविधा के अभाव में एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाई। ग्रामीण महिलाओं ने सर्पदंश पीड़िता को 3 किमी पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया।

अजय कुमार सुर्यवंशी- जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आजादी के 7 दशक बीत जाने के बाद भी विकास के दावे सफेद हाथी साबित हो रहा है। शासन प्रसाशन की दावों की पोल खोलती तस्वीर सामने आई है। जहां सर्पदंश से पीड़ित महिला को पीठ पर लादकर 3 किलोमीटर की दूरी तय कर वाहन तक पहुंचाया। तब जाकर महिला को अस्पताल ले जाया गया। पीड़ित महिला को सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां स्थिति गंभीर बनीं हुई है।

जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला बगीचा विकासखंड के दूरस्थ चुरीलकोना गांव का है। जहां गुनिया बाई उम्र 37 वर्ष महिला ने सर्पदंश से पीड़ित महिला मुन्नी बाई की जान बचाई है। दरअसल, सड़क सुविधा की अभाव के चलते गुनिया बाई अपने पीठ पर लादकर पैदल ही चुरीलकोना से मरंगी तक 3 किलोमीटर की दूरी तय कर निजी वाहन तक पहुंचाया। यह मामला शासन-प्रशासन की विकास के दावों की पोल खोलकर रख दिया है।

आज तक नहीं बनी सड़क
बता दें कि, निजी वाहन से पीड़ित महिला को सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां महिला की हालात नाजुक बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि, कई बार गांव के सरपंच सचिव को इस समस्या से अवगत कराया गया है। लेकिन आज तक सड़क नही बन पाया जिससे इस तरह की समस्याओ का आए दिन सामना करना पड़ता है।

बरसात खत्म होते ही बन जाएगी सड़क
जनपद सीईओ विनोद सिंह ने बताया कि, सर्पदंश पीड़िता महिला को पीठ में लादकर ले जाने का वीडियो सामने आया है। जिसको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अभी महिला पूरी तरह स्वस्थ हैं। 3 किलोमीटर मिट्टी मुरुम सड़क नरेगा से स्वीकृत हो गया है। बरसात की वजह से सड़क नही बन पाया है। जैसे ही बरसात खत्म होगी सड़क बन जाएगी।

सर्पदंश से पति-पत्नी की मौत
अंधविश्वास ने एक बार फिर दो लोगों की जिंदगियों को निगल गया। सर्पदंश के बाद समय पर इलाज के बजाय झाड़फूक पर भरोसा करना पति-पत्नी को भारी पड़ गया। दोनों की दर्दनाक मौत हो गई और चार मासूम बच्चे अनाथ हो गए।

इलाज कराने के बदले झाड़-फूंक में लगे रहे
जानकारी मुताबिक, भैयाथान थाना क्षेत्र के बसकर गांव में बीती रात एक दंपत्ति अपने घर के आंगन में जमीन पर सो रहे थे। इसी दौरान जहरीले सांप ने उन्हें डस लिया। परिजनों ने तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय कई घंटों तक झाड़फूंक कराया। हालत बिगड़ने पर जब अस्पताल ले जाया गया तब तक देर हो चुकी थी।

पति-पत्नी की मौत के बाद चार बच्चे अनाथ
भैयाथान अस्पताल में पत्नी की मौत हो गई, वहीं जिला अस्पताल में उपचार के दौरान पति ने भी दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया है। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। सबसे बड़ा आघात यह है कि, मृतक दंपत्ति के चार छोटे बच्चे अब अनाथ हो गए हैं।

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