गुड़ फैक्ट्रियों में खुलेआम गुंडागर्दी: आपस में भिड़े संचालक, एक का सिर फूटा, दोनों पक्ष के लोग घायल

मारपीट में घायल श्रीराम फैक्ट्री संचालक
आशीष गुप्ता- बतौली/सरगुजा। छत्तीसगढ़ के बतौली क्षेत्र के बेलकोटा की दो निजी गुड़ फैक्ट्रियों से खुलेआम गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। यहां पर फैक्ट्रियों के संचालक और समर्थक आमने- सामने भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ा कि, श्रीराम फैक्ट्री संचालक का सिर फट गया और वह खून से लथपथ स्थिति में बतौली थाना पहुंचा। वहीं महामाया फैक्ट्री संचालक भी अंदरूनी रूप से घायल हुए।
लोगों ने बताया कि, गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे दोनों फैक्ट्रियों के संचालक और समर्थक आमने- सामने भिड़ गए। फैक्ट्रियों की दबंगई अब गांव वालों के सिर चढ़कर बोल रही है। हर कुछ दिन पर मारपीट, धमकी और भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन आम बात हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, कुछ वर्ष पूर्व श्रीराम फैक्ट्री संचालक के खिलाफ देसी कट्टा लहराने का मामला दर्ज हुआ था। जिस पर पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई भी की थी। अब उसी पुराने विवाद को आधार बनाकर दोनों पक्षों के बीच फिर से वैमनस्य बढ़ गया है।
संचालक का सिर फूटा, दूसरा पक्ष भी घायल
विवाद इतना बढ़ा कि श्रीराम फैक्ट्री संचालक का सिर फट गया और वह खून से लथपथ स्थिति में बतौली थाना पहुँच गया। वहीं महामाया फैक्ट्री संचालक भी अंदरूनी रूप से घायल हुए। लोगों ने बताया कि, फैक्ट्रियों की दबंगई अब गांव वालों के सिर चढ़कर बोल रही है। हर कुछ दिन पर मारपीट, धमकी और भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन आम बात हो चुकी है।
बतौली में गुड़ फैक्ट्रियों के संचालक और समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। घटना में दोनों पक्ष के लोग घायल हुए हैं, पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है। @SurgujaDist @Surguja_police #Chhattisgarh pic.twitter.com/Z5cDyDlu9j
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) December 13, 2025
अवैध संचालन की आशंका, दस्तावेज संदिग्ध
ग्रामीणों ने दोनों फैक्ट्रियों पर अवैध रूप से संचालन का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि, फैक्ट्रियों के दस्तावेज पूरे नहीं होने का गहरा संदेह है। पर्यावरण अनुमति (NOC) स्पष्ट नहीं है। वहीं लाइसेंस व अन्य वैधानिक कागजातों पर भ्रम बना हुआ है। धुआँ और कचरा छोड़कर आसपास के पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। किसानों से मनमानी शर्तों पर गन्ना खरीदी की जा रही है वहीं शिकायत करने पर दबंगई और धमकी दी जाती है।
दस्तावेजों के जांच की मांग
ग्रामीणों ने साफ कहा- दस्तावेजों को लेकर गंभीर आशंका है। प्रशासन सभी कागजातों की विस्तृत जांच करे और गलत पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई हो। ग्रामीण ने बताया कि, हम आदिवासी शांतिप्रिय लोग हैं, लेकिन इन फैक्ट्रियों की वजह से अब न दिन सुरक्षित, न रात। डर लगा रहता है कि कब कौन-सा विवाद फिर बढ़ जाए।

ग्रामीणों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है-
1. दोनों फैक्ट्रियों की विस्तृत जांच
2. दस्तावेज अधूरे मिलने पर तत्काल सीलिंग
3. गुंडागर्दी में शामिल व्यक्तियों पर कड़ी धाराओं में FIR
4. क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए
5. गन्ना खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी बनाया जाए
दोनों पक्षों पर FIR, सभी एंगल से जांच शुरू
बतौली थाना प्रभारी विवेक सेंगर ने बताया कि, दोनों पक्षों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। मारपीट, धमकी, पुरानी रंजिश और अवैध संचालन से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि, दोषियों को छोड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता। फिलहाल महामाया गुड़ फैक्ट्री के संचालक अंकुर हाडा एवं हर्ष हाडा सहित अन्य 7 लोग के विरुद्ध और श्री राम गुड़ फैक्ट्री के संचालक पवन तोमर एवं उनके पुत्र रोहन तोमर, जबरुदीन,जावेद के ऊपर अपराध कायम कर मामले की जांच की जा रही है।
