जनजातीय गौरव दिवस 2025: जगदलपुर में बोले सीएम साय- पीएम मोदी ने दिलाया हमारे नायकों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान

जगदलपुर में बोले सीएम साय- पीएम मोदी ने दिलाया हमारे नायकों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान
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जगदलपुर में सीएम साय का भव्य स्वागत

जगदलपुर में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया।

रायपुर। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जगदलपुर के सिटी ग्राउंड में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय का पारंपरिक और आत्मीय स्वागत किया गया। विभिन्न जनजातीय समाजों के प्रमुखों ने सीएम को सिहाड़ी माला, पगड़ी (साफा) और विशाल गजमाला पहनाकर सम्मानित किया, जिससे पूरा आयोजन जनजातीय संस्कृति के उल्लास से भर उठा।

पूजन-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ
मुख्यमंत्री साय ने बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी, धरती आबा बिरसा मुंडा और अन्य जनजातीय देवी-देवताओं के छायाचित्रों की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ शासन जनजातीय समुदाय के समग्र विकास के लिए पूर्ण रूप से संकल्पित है।'


जनजातीय विकास के तीन ऐतिहासिक मील के पत्थर
सीएम साय ने जनजातीय उत्थान से जुड़े राष्ट्रीय निर्णयों का उल्लेख करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों का गठन हुआ साथ ही अलग जनजातीय कार्य मंत्रालय की स्थापना हुई। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित कर जनजातीय नायकों को राष्ट्रीय सम्मान दिलाया। उन्होंने इसे जनजातीय पहचान को मजबूत करने वाला युगांतरकारी कदम बताया।

बिरसा मुंडा का उलगुलान: धरती आबा की प्रेरक कथा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नीसवीं शताब्दी में बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शासन और स्थानीय शोषण के खिलाफ ‘उलगुलान’ नामक महान आंदोलन चलाया। उन्होंने खुंटकट्टी भूमि अधिकार, अत्यधिक लगान और सामाजिक शोषण के विरुद्ध आदिवासियों की आवाज बुलंद की, वे एक महान समाज सुधारक थे जिन्होंने एकता, आत्म-सम्मान और स्वाभिमान की चेतना जगाई भारत सरकार द्वारा उनकी जयंती को राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाना उनका ऐतिहासिक सम्मान है।


सरकार जनजातीय उत्थान के लिए प्रतिबद्ध- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार उन्हीं मूल्यों और संकल्पों के साथ जनजातीय उत्थान, पहचान संरक्षण और उनकी प्रगति के लिए लगातार कार्य कर रही है।

वन मंत्री का संबोधन
वन मंत्री केदार कश्यप ने युवा पीढ़ी को जनजातीय पूर्वजों से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि, स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज का योगदान अनुपम है। जनजातीय संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन अब भविष्य की बड़ी जिम्मेदारी है।


बस्तर के नायकों को याद किया गया
जगदलपुर विधायक किरण देव ने बस्तर के जननायक शहीद गुंडाधुर, डेबरीधुर, गेंदसिंह जैसे क्रांतिकारियों के संघर्ष और त्याग को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ये महापुरुष जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए जीवन भर लड़ते रहे।


जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित सांसद बस्तर महेश कश्यप, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, महापौर संजय पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप, आईजी सुंदरराज पी, कलेक्टर हरिस एस, एसपी शलभ सिन्हा, CEO जिला पंचायत प्रतीक जैन, और बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग ने समारोह को भव्यता प्रदान की।

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