बस्तर में नान की एक और लापरवाही: दशहरा समिति को भेज दिया गया 100 क्विंटल घटिया चावल

घटिया चावल
अनिल सामंत- जगदलपुर। बस्तर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन दुकानों में घटिया चावल सप्लाई का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटना में 4 दिन पहले बस्तर दशहरा समिति को नागरिक आपूर्ति निगम के गरावन्द कला वेयर हाउस से 100 क्विंटल चावल भेजा गया, वह भी अमानक निकला। शिकायत मिलने पर तहसीलदार राहुल गुप्ता ने चावल को तत्काल वापस कर गुणवत्ता युक्त चावल मंगवाया।
विदित हो कि, 75 दिनों तक चलने वाले बस्तर दशहरा पर्व में हजारों ग्रामीणों के भोजन और राशन की व्यवस्था सरकार अपने खर्च से करती है। चावल व्यवस्था नागरिक आपूर्ति निगम के जरिये खाद्य विभाग द्वारा किया जाता है। पिछले दिनों 100 क्विंटल चावल पुराने तहसील कार्यालय ने बने दशहरा-फसरा स्थित कोठी में नान द्वारा भेजे चावल ट्रक वाहन से पहुंचा। वाहन से चावल दशहरा कोठी में डंप होता उसके पहले उसके पहले जांच में गुणवत्ताहीन पाया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ये चावल नागरिक आपूर्ति निगम के गरावन्द कला वेयर हाउस से सप्लाई किया गया था। वेयर हाउस में चावल की उच्च गुणवत्ता के बाद ही राइस मिलर से आपूर्ति किया जाता है। अचरज की बात है,नागरिक आपूर्ति निगम के क्वालिटी इंस्पेक्टर अमानक चावल की जांच में ओके रिपोर्ट दिया। जिसके चलते दशहरा समिति को घटिया क्वालिटी का सरकारी चावल सप्लाई किया जा रहा था,गनीमत है,कि इसकी भनक लगने के बाद चावल वापस किया गया।

राशन दुकानों से घटिया चावल वापस मंगाया
पिछले दिनों नागरिक आपूर्ति निगम के बोधघाट वेयर हाउस से फफूंद लगा चावल राशन दुकानों में सप्लाई किया गया था। हरिभूमि ने इस खबर को प्राथमिकता के साथ प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशन के बाद खाद्य विभाग में हड़कंप रहा। कलेक्टर ने इसे संज्ञान में लेकर जांच के आदेश दिये थे,साथ ही फफूंद लगा चावल राशन दुकानों से वापस मंगवाने के निर्देश दिए थे। खाद्य विभाग इस मामले किंतनी गम्भीरता से जांच किया इसका सप्ताह भर से ज्यादा दिनों के बाद भी खुलासा नही हुआ। कलेक्टर हरीश एस ने इस पूरे गड़बड़ी की जांच के निर्देश खाद्य विभाग को दिए थे।इससे आशंका को बल मिलता कि इस पूरी गड़बड़ी को ढंकने नागरिक आपूर्ति निगम, खाद्य विभाग एवं राइस मिलर्स की मिलीभगत से कलेक्टर को झूठी रिपोर्ट सौंप दी गई।
बालेंगा एग्रो फ़ूड प्रोसेसिंग से फफूंद लगा चावल राशन दुकानों में भेजा गया
फफूंद लगा चावल राशन दुकानों में एक सप्ताह से ज्यादा दिनों पहले सप्लाई किए गए चावल की शिकायत राशन दुकानदारों ने खाद्य विभाग को करने के बाद फफूंद लगा चावल तुरंत राशन दुकानों से वापस मंगाया गया। सूत्रों के अनुसार चावल बालेंगा के राइस मिलर्स बारवाइटिया एग्रो एंड फ़ूड प्रोसेसिंग इंड्रस्टीज बालेंगा के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम को किया था,जिसे निगम बोधघाट स्थित वेयर हाउस में डंप किया गया। इसी चावल को राशन दुकानों में सप्लाई किया जा रहा था। इसकी जानकारी खाद्य विभाग ने कलेक्टर को दी। कलेक्टर हरीश एस ने नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक कक्कड़ को तलब कर जमकर फटकार लगाई थी। नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक अपने गड़बड़ी को छुपाने कलेक्टर से चावल रखरखाव में लापरवाही की बात स्वीकारते दुबारा ऐसे गलती नही होने का भरोसा दिया था।
जांच का क्या हुआ अता-पता नहीं
राशन दुकानों में पिछले सप्ताह फफूंद लगा चावल सप्लाई के मामले पर कलेक्टर ने खाद्य विभाग को जांच के आदेश दिए थे,जांच का क्या हुआ अब तक अता-पता नही। इधर खाद्य नियंत्रक(फ़ूड कंट्रोलर) घनश्याम राठौर से चर्चा करने पर बताया नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक से बात कर लीजिए वही बताएंगे। मैं अभी हैदराबाद ओपोलो में उपचार के लिए आया हु।
गुणवत्ताविहीन चावल वापस किया गया : तहसीलदार
इस मामले में राहुल गुप्ता, तहसीलदार एवं सचिव बस्तर दशहरा समिति दशहरा समिति ने बताया कि, पिछले दिनों सप्लाई की गई चावल खाने योग्य नहीं पाया गया। जिसे तत्काल वापस कर अच्छा चावल मंगाया गया। दशहरा समिति में दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र से दशहरा कार्य मे जुड़े लोगों एवं रथ निर्माण में लगे कारीगरों के लिए सैकड़ो क्विंटल चावल की खपत होती है। पिछले दिनों लगभग 100 क्विंटल चावल मंगवाया गया था,जो उपयोग के लायक नही होने से वापस किया गया।
