विहिप-बजरंग दल की विशेष बैठक: सेवा, जागरण और शौर्य दिवस पर बनी रणनीति, नशा मुक्ति और राष्ट्रभावना पर फोकस

विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल की विशेष बैठक
अनिल सामंत - जगदलपुर। धर्मनगरी जगदलपुर स्थित सीताराम शिवालय में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की जिला स्तरीय विशेष बैठक का आयोजन 8 दिसंबर को किया गया। इस दौरान प्रांत से प्राप्त दिशा-निर्देशों को पदाधिकारियों के समक्ष रखा गया और आने वाले एक वर्ष तक चलने वाले लोकोपकारी, सामाजिक और राष्ट्रहितैषी कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में संगठन ने समाज के साथ समन्वय बढ़ाते हुए सेवा, जागरण और राष्ट्रीय दायित्वों को प्राथमिकता देने का संकल्प व्यक्त किया।
नशा मुक्त समाज संगठन का प्रमुख लक्ष्य- विभाग मंत्री रवि ब्रह्मचारी
बैठक को संबोधित करते हुए विभाग मंत्री रवि ब्रह्मचारी ने कहा कि, समाज में बढ़ती नशे की समस्या अत्यंत चिंताजनक है और इसे जड़ से खत्म करना संगठन की प्राथमिकता है। उन्होंने जिला व प्रखंड स्तर पर व्यापक नशा मुक्ति अभियान चलाने की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा, स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे, विकसित भारत संकल्प के तहत स्वदेशी उत्पादों के उपयोग पर विशेष बल दिया जाएगा और सरकारी एवं अर्ध-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से अभियानों को और प्रभावी बनाया जाएगा।
शौर्य दिवस अब 31 दिसंबर तक विस्तारित- विभाग संयोजक सिकंदर कश्यप
विभाग संयोजक बजरंग दल सिकंदर कश्यप ने बताया कि परंपरागत रूप से 6 दिसंबर को आयोजित होने वाला शौर्य दिवस इस वर्ष 31 दिसंबर तक मनाया जाएगा। इस अवधि में सभा, संगोष्ठी, पथ संचलन सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। बैठक के दौरान पदाधिकारियों में उत्साह और जोश साफ दिखाई दिया। सभी ने शौर्य दिवस को पहले से भी अधिक भव्य रूप में मनाने का संकल्प लिया।
जागरूकता, राष्ट्रभावना और स्वदेशी को गति देने की तैयारी
संगठन ने यह भी निर्णय लिया कि-
- धार्मिक जागरण
- नशा मुक्ति
- स्वदेशी जागरण
- और शौर्य दिवस से जुड़े कार्यक्रम
प्रखंड से जिला स्तर तक आयोजित किए जाएंगे। समाज में राष्ट्रभावना को मजबूत करने, युवाओं को नशे से दूर रखने और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में अभियान लगातार जारी रहेंगे।
अनुशासन और एकजुटता का संदेश
पूरी बैठक के दौरान संगठन में एकजुटता, अनुशासन और समाजहित के प्रति गहरा उत्साह देखने को मिला। अधिकारियों ने कहा कि आने वाला वर्ष सामाजिक जागरण, सेवा कार्य और राष्ट्रहितैषी गतिविधियों को और अधिक गति देने वाला होगा।
