जगदलपुर मेडिकल कॉलेज का बुरा हाल: हॉस्पिटल से 9 महीने में 1920 मरीज इलाज बीच में ही छोड़कर चले गए

शहीद महेंद्र कर्मा स्मृति चिकित्सालय डिमरापाल जगदलपुर बस्तर अस्पताल भवन
जीवानंद हलधर - जगदलपुर। बस्तर संभाग के सबसे बड़े जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां पिछले 9 महीनों में भर्ती हुए 1920 मरीज बिना इलाज पूरा किए ही अस्पताल से गायब हो गए। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन जब मरीजों का रजिस्टर खंगाल रहा था, तो यह आंकड़ा देखकर खुद भी दंग रह गया।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सभी मरीजों को इलाज के दौरान भर्ती किया गया था, लेकिन उन्होंने बीच में ही अस्पताल छोड़ दिया। मरीजों के अचानक गायब होने से रिकॉर्ड अधूरा रह गया और डिस्चार्ज डॉक्यूमेंट तक तैयार नहीं हो पाया
विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी बता रहे जानकार
जानकार शेख ताहिर का कहना है कि, मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के चलते कई मरीज इलाज अधूरा छोड़कर हैदराबाद, विशाखापत्तनम और अन्य राज्यों के बड़े अस्पतालों में चले जा रहे हैं। यही कारण है कि इतने बड़े पैमाने पर मरीजों के “बंक मारने” का मामला सामने आया है।
#जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 9 महीने में 1920 मरीज इलाज अधूरा छोड़कर हुए गायब। विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी बता रहे जानकार, जांच की मांग। @BastarDistrict #medicalcollegejagdalpur #bastarHospital pic.twitter.com/tw4eAoXmzI
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) October 24, 2025
सभी विभागों में विशेषज्ञ कार्यरत- मेडिकल कॉलेज का पक्ष
वहीं, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू ने मरीजों के गायब होने की बात को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि, हमारे पास पर्याप्त डॉक्टर और स्टाफ मौजूद हैं और सभी विभागों में विशेषज्ञ कार्यरत हैं। कोई मरीज इलाज के अभाव में नहीं जाता, कुछ मरीज अपने निजी कारणों से इलाज पूरा किए बिना चले जाते हैं, जिससे रिकॉर्ड में अंतर दिखाई देता है।
#जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 9 महीने में 1920 मरीज इलाज अधूरा छोड़कर हुए गायब। अपने निजी कारणों से इलाज पूरा किए बिना चले जाते हैं मरीज, सभी विभागों में विशेषज्ञ कार्यरत- मेडिकल कॉलेज का पक्ष@BastarDistrict #MedicalCollegeBastar pic.twitter.com/7qfLUgUMqQ
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) October 24, 2025
जांच की मांग तेज
स्वास्थ्य विभाग और सामाजिक संगठनों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। जानकारों का मानना है कि यदि मरीज इतने बड़े पैमाने पर अस्पताल छोड़ रहे हैं, तो यह स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
