जगदलपुर में मना नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप डे: शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में 'स्टार्टअप इकोसिस्टम' पर प्रेरक व्याख्यान

शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में स्टार्टअप इकोसिस्टम पर प्रेरक व्याख्यान
X

विश्वविद्यालय में नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप डे

नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप डे पर बस्तर के शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में “हाउ टू क्रिएट स्टार्टअप इकोसिस्टम इन द कैंपस” विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित हुआ।

अनिल सामंत - जगदलपुर। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय, बस्तर के व्यावसायिक प्रबंधन अध्ययनशाला में “नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप डे” के अवसर पर “हाउ टू क्रिएट स्टार्टअप इकोसिस्टम इन द कैंपस” विषय पर एक प्रेरणादायी विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में नवाचार, आत्मनिर्भरता और उद्यमिता की भावना को प्रोत्साहित करना रहा।

विचार नहीं, कार्यान्वयन ही सफलता की कुंजी
रुंगटा इंटरनेशनल स्किल यूनिवर्सिटी, भिलाई के निदेशक, प्रबंधन एवं वाणिज्य अध्ययनशाला, मुख्य वक्ता प्रो. मनोज वर्गीज ने छात्रों से कहा कि, 'किसी भी स्टार्टअप की सफलता उसके विचार में नहीं, बल्कि उस विचार के सही कार्यान्वयन में होती है।' उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि वे अपने विचारों को समाज की जरूरतों के अनुरूप ढालने की क्षमता विकसित करें।

साथ ही उन्होंने आगे कहा कि, 'शिक्षक केवल ज्ञान नहीं देते, वे आत्मनिर्भर भारत के निर्माता होते हैं। शिक्षा का उद्देश्य ऐसे युवाओं का निर्माण करना है जो केवल डिग्रीधारी नहीं, बल्कि रोजगार सृजनकर्ता बनें।'


व्यवसाय समाज में नए विचार प्रस्तुत करने का माध्यम
इस अवसर पर आईईसी अध्यक्ष डॉ. सजीवन कुमार ने कहा कि, 'व्यवसाय केवल आय का साधन नहीं है, बल्कि समाज के सामने नए विचार प्रस्तुत करने का माध्यम है।' उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे सामाजिक जिम्मेदारी और नवाचार के साथ उद्यमिता की दिशा में कदम बढ़ाएं।

इन्क्यूबेशन सेंटर हर नवाचारी छात्र के साथ
कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि देवांगन ने कहा कि विश्वविद्यालय का इन्क्यूबेशन सेंटर हर नवाचारी छात्र के विचार को साकार करने के लिए तत्पर है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास केवल एक व्याख्यान भर नहीं, बल्कि छात्रों के मन में नवाचार का बीज रोपने का मिशन है।

कुलपति प्रो. मनोज श्रीवास्तव का संदेश
कार्यक्रम के समापन पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा, 'भारत आज स्टार्टअप इकोसिस्टम में विश्व के तीसरे स्थान पर है। जब हमारी युवा पीढ़ी अपने नवाचार को आर्थिक विकास से जोड़ेगी, तभी समृद्ध भारत का सपना साकार होगा।'

उद्यमिता की दिशा में एक प्रेरक पहल
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापक, विद्यार्थी और शोधार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। यह आयोजन विद्यार्थियों में नवाचार, आत्मनिर्भरता और उद्यमिता की भावना को नई दिशा देने वाला सिद्ध हुआ। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय का इन्क्यूबेशन सेंटर आने वाले कल के 'स्टार्टअप इंडिया' की मजबूत नींव रखता दिखाई दे रहा है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story