बस्तर दशहरा पर परंपराओं का सम्मान: विधायक किरण देव के प्रयासों से मानदेय राशि स्वीकृत

बस्तर दशहरा पर परंपराओं का सम्मान
X

विधायक किरण सिंह देव 

बस्तर दशहरा के मांझी, चालकी, पुजारी, मेम्बरीन व अन्य परंपरागत सेवकों के लिए मानदेय राशि स्वीकृत। विधायक किरण देव के प्रयासों का महत्वपूर्ण परिणाम।

अनिल सामंत- जगदलपुर। ऐतिहासिक और विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा महापर्व से जुड़े परंपरागत उत्तरदायित्व निभाने वाले मांझी,चालकी, सेवादार, मेम्बरीन, पुजारियों, मुंडा बाजा वादक एवं रथ निर्माण सदस्यों के लिए मानदेय राशि स्वीकृत हो गई है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव के सतत, प्रभावी और सार्थक प्रयासों का प्रतिफल है।

मांझी-चालकी और अन्य परंपरागत सेवक वर्गों ने हाल ही में विधायक किरण देव से भेंट कर वर्ष 2025–2026 के लिए मानदेय आवंटन की मांग रखी थी। इस विषय को अत्यंत संवेदनशीलता और तत्परता से लेते हुए उन्होंने तुरंत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तथा धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री राजेश अग्रवाल को पत्र लिखकर और उनसे मुलाकात कर पूरे मामले पर विस्तृत चर्चा की।

इनको दी गई मानदेय राशि
विधायक किरण देव के अनुरोध पर त्वरित संज्ञान लेते हुए राज्य शासन ने बस्तर दशहरा की परंपरागत सेवाओं से जुड़े विभिन्न वर्गों के लिए मानदेय राशि स्वीकृत की। इनमें काछनदेवी, रैला देवी, गुरू माय, मुंडा बाजा वादक, पूजा संवाहक, जोगी बिठाई रस्म और रथ निर्माण सदस्यों के लिए 1,99,500 रुपए,मांझी व चालकी के लिए 22,20,000 रुपए, मेम्बरीन के लिए 1,80,600 रुपए, पुजारी और सेवादारों के लिए 9,40,800 रुपए शामिल हैं।

बस्तरवासियों की सामूहिक भागीदारी
विधायक किरण देव ने कहा कि, बस्तर दशहरा 75 दिनों तक चलने वाला अद्वितीय पर्व है। जिसे बस्तरवासियों की सामूहिक भागीदारी और परंपरागत सेवकों की निष्ठा से संपन्न कराया जाता है। उनके मानदेय का स्वीकृत होना परंपरा, सम्मान और सांस्कृतिक गरिमा की रक्षा का प्रतीक है। उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्री के प्रति हृदय से आभार भी व्यक्त किया।

बस्तर दशहरा परंपरा के सेवकों का सम्मान एक महत्वपूर्ण निर्णय
राज्य शासन द्वारा मांझी, चालकी, सेवादार, मेम्बरीन, पुजारियों, मुंडा बाजा वादक, जोगी बिठाई रस्म, पूजा संवाहक और रथ निर्माण सदस्यों के लिए मानदेय राशि का स्वीकृत होना बस्तर दशहरा की सदियों पुरानी परंपरा के प्रति शासन द्वारा प्रदर्शित सम्मान, संवेदनशीलता और सांस्कृतिक संरक्षण का सराहनीय उदाहरण है। जिसे विधायक किरण देव की सक्रिय भूमिका और निर्णायक पहल से संभव बनाया गया।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story