बच्चों के साथ बच्चा बने शिक्षक: पढ़ाई में नवाचार का अनूठा नमूना, देखिए VIDEO

खेल के माध्यम से बच्चों को पढ़ाते हुए नवाचारी शिक्षक महेंद्र बंजारा
मयंक शर्मा- कोतबा। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के एक नवाचारी शिक्षक अपने पढ़ाने अलग अंदाज के लिए चर्चा में हैं। शिक्षक बच्चों को खेल के माध्यम से पढ़ाई भी करा रहे हैं ताकि बच्चों की रूचि बढ़े इसके लिए वे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में भी पोस्ट करते हैं। जिसे देखने के बाद लोगों के साथ अफसरों ने भी उनके इस अनोखे अंदाज को सराहा है।
दरअसल, शिक्षक महेंद्र बंजारा फरसाबहार विकासखण्ड के ग्राम पंचायत डोंगादरहा के प्राथमिक शाला में पदस्थ हैं। जिन्होंने नवाचार शिक्षा से एक प्रेरणादायक वीडियो पोस्ट की है। जिस पर महज दो दिनों में इतनी लोकप्रियता बटोरी है। साथ ही अब तक इस वीडियो को 20 लाख व्यूज मिल चुके हैं। इस विडियो को देखने के बाद लोगों के साथ ही जिले के प्रशासनिक अफसर भी सराहना कर रहे हैं।
शिक्षकों को सोशल साइट्स यूज़ करने की सलाह
शिक्षक ने शुरू से कुछ नया करने की पहल की इसकी शुरुआती सफलता भी मिली लेकिन सोशल मीडिया के न होने के कारण सिमट कर रह गया था। वहीं अब डिजिटल युग को देखते हुए शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को सोशल साइट्स यूज़ करने की सलाह दी है। जिसके माध्यम से शिक्षक ने नवाचार शिक्षा से एक प्रेरणादायक वीडियो पोस्ट की।
कोतबा के शिक्षक ने नवाचार तरीके से खेल के साथ पढ़ाई कराने के अंदाज ने सबका दिल जीत लिया है। अब तक इस वीडियो को 20 लाख से अधिक लोगों ने देखा है. @JashpurDist #Chhattisgarh #teacher #student pic.twitter.com/r0ZcGASbIX
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) September 15, 2025
खेल के साथ पढ़ाई के प्रति बढ़ रही रूचि- महेंद्र बंजारा
नवाचारी शिक्षक महेंद्र बंजारा ने बताया कि, वे अपने छात्रों को नवाचारी तरीके से पढ़ाई के लिये हमेशा प्रयासरत रहेंगे। आपको बता दें कि, शिक्षक प्रतिदिन अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाई के नये तरकीब अपनाकर बेहद ही आसान तरीके से बच्चों को सिखाते हैं। इससे बच्चों में उत्सुकता के साथ ही पढ़ाई के प्रति रूचि बनी रहती है।
तनाव मुक्त होंगे बच्चे
इस तरह की गतिविधि से बच्चे नए कौशल सीखने और अपनी प्रतिभा को पहचानने में सक्षम होंगे। साथ ही मनोरंजक गतिविधि से बच्चों की रुचि बढ़ने के साथ बच्चे तनाव मुक्त हो सकेंगे। वहीं गतिविधि करने के बाद बच्चों से जुड़ने पर बच्चों को गृह कार्य, अध्ययन-अध्यापन इत्यादि शैक्षिक गतिविधि कराना बहुत आसान हो जाता है। क्योंकि इसके बाद बच्चों को जो बोलेंगे उसे बच्चे खुशी-खुशी करना राजी हो जाते हैं। छात्र दैनिक उपस्थिति पर भी बहुत अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है।
इस तरह से गतिविधियां ला सकती है बदलाव
1. पुराने खेलों की जगह नए खेलों को स्थान देने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ेगी।
2. जो लो इंटेसिटी एक्सरसाइज शारीरिक स्वास्थ्य विकास बेहतर होगा।
3. इस तरह की गतिविधि में भाग लेने से बच्चे नई चीज सीखेंगे साथ ही आत्मविश्वास, आत्मसम्मान और अपनी क्षमता विकास कर सकेंगे।
4. ये गतिविधियां तनाव,चिंता और अवसाद को कम करने में मदद मिलने से बच्चों की मनोदशा में सुधार हो सकेगा।
5. एक के बाद एक स्टेप लेने से एकाग्रता, ध्यान केंद्रीकरण, नियमबद्धता एवं अनुशासन में सुधार होगा और फोकस एवं ध्यान की क्षमता बढ़ेगी।
6. इस तरह की गतिविधियां बच्चों के साथ बातचीत करने उनकी समस्याओं को जानने का अवसर प्रदान करती हैं।
