गरियाबंद: प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा घोटाला, कागजों में बना घर लेकिन गरीब आज भी कच्चे मकान में

हितग्राही बिसाहू राम गोंड
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के छुरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत भरुवामुडा के आश्रित ग्राम हिराबतर में प्रधानमंत्री आवास योजना में एक ग्रामीण का प्रधानमंत्री आवास चोरी हो गया है। हितग्राही बिसाहू राम गोंड का आवास कागजों में तो बनकर पूरा हो गया, लेकिन असल में उनके घर पर एक ईंट तक नहीं रखी गई।
बिसाहू राम आज भी अपने कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं। ग्रामीण बिसाहू राम गोंड ने बताया कि वर्ष 2017 में उनके नाम पर प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था।
जनपद पंचायत छुरा के सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, उन्हें तीन किश्तों में कुल 1.30 लाख रुपये का भुगतान किया गया और आवास का निर्माण भी पूरा हो चुका है। हालांकि, बिसाहू राम के बैंक खाते में फूटी कौड़ी भी नहीं आई है और न ही उनके लिए कोई आवास बनाया गया है।
इस मामले में छुरा जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ सतीश चंद्रवंशी पर आरोप लगाए जा रहे हैं। ग्रामीण का कहना है किउन्हें जून माह में इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली थी, लेकिन उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। ना ही उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी है। ग्रामीणों ने पूरे मामले के जांच की मांग की गई है।
साहब मेरे साथ धोखा हुआ हैः ग्रामीण
बिसाहू राम गोंड ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा, "साहब, मेरे साथ धोखा हुआ है। मेरा प्रधानमंत्री आवास चोरी हो गया है। जब इस बारे में अधिकारियों से मिला, तो जनपद पंचायत मुझे धमकाया गया। बिसाहू राम ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें छुरा ऑफिस बुलाकर कुछ कागजों पर दस्तखत करवाए गए। कहा गया कि उनके नाम का आवास किसी और को दिया गया है। जब दूसरे का आवास आएगा तो उन्हें दे दिया जाएगा, लेकिन नहीं मिला है।
