राधेश्याम शुक्ल का निधन: पूर्व विधायक का बिलासपुर में हुआ अंतिम संस्कार

पूर्व विधायक राधेश्याम शुक्ल
रायपुर। बिलासपुर जिले के सीपत विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राधेश्याम शुक्ल का गुरूवार को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार बिलासपुर में किया गया। मुखाग्नि बड़े बेटे राकेश शुक्ल ने दी।
उल्लेखनीय है कि, उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। उनका जन्म 1933 में वर्तमान जांजगीर जिले के महुदा ग्राम के मालगुजार परिवार में हुआ था। वे सन् 1954 में बिलासपुर एसबीआर कॉलेज से स्नातक और 1956 में नागपुर के मात्रिय कॉलेज से इतिहास विषय में स्नातकोत्तर और विधि में एलएलबी की परीक्षा पास की।
बतौर नायब तहसीलदार करियर की शुरुआत
इसके बाद वे शासकीय सेवा में आ गए। नायब तहसीलदार बने। वे बागबहरा महाविद्यालय में इतिहास के व्याख्याता रहे। सार्वजनिक सेवा की तीर्व ललक के चलते नौकरी छोड़कर खैरा ग्राम पंचायत के दस वर्ष तक सरपंच रहे। वे इस दौरान बिल्हा जनपद पंचायत के सदस्य के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने नवयुवकों को संगठित किया और इसे जिला स्तर का रूप देकर युवक मंडल की स्थापना कर युवकों की शक्ति को रचनात्मक दिशा की ओर प्रेरित किया।
तीन बार चुने गए विधायक
श्री शुक्ल सन 1972 में बलोदा क्षेत्र से प्रथम बार विधायक चुने गए। इसके बाद सन् 1977 और 1980 में लगातार सीपत क्षेत्र से विधायक चुने गए। जनता शासन और कांग्रेस शासन में प्राक्ंकलन समिति के सदस्य के रूप में देश के कई राज्यों में मध्यप्रदेश का नेतृत्व किया। उनके निधन से बिलासपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में शोक का वातावरण व्याप्त है। अंतिम संस्कार में बिलासपुर के सभी दलो के स्थानीय जनप्रतिनिधि, समर्थक एवं परिवार तथा समाज के लोग शामिल हुए।
