'मैनपाट' में कोहरा ही कोहरा: समुद्री तूफान के चलते शीतलहर से मिली राहत

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अम्बिकापुर। खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती तूफान दितवाह के प्रभाव से शीतलहर के कुछ राहत मिली है, जबकि छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट में ठंड का कहर अभी भी जारी है। मैनपाट स्थित आलू अनुसंधान केंद्र द्वारा शनिवार को न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।. खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती तूफान के प्रभाव से पिछले दो दिनों से पारा में वृद्धि हो रही है। उत्तर की बर्फीली हवाओं के प्रभाव से पिछले पांच दिनों से तापमान में लगातार गिरावट हो रही थी तथा गुरुवार को न्यूनतम पारा 6 डिग्री पर पहुंच गया था।
चक्रवाती तूफान के प्रभाव से शुक्रवार से तापमान में क्रमशः वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को पारा में 0.9 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई थी जबकि शनिवार को पारा 1.6 डिग्री की वृद्धि के साथ 8.5 डिग्री रिकार्ड किया गया था। रविवार को तापमान में आंशिक गिरावट दर्ज की गई थी। वहीं सोमवार को न्यूनतम पारा बढ़कर 10.4 डिग्री पर पहुंच गया है। हालाकि उत्तर भारत का मौसम साफ होने के कारण अभी भी उत्तर की सर्द हवाओं का प्रवाह जारी है। मौसम विज्ञानी चक्रवाती तूफान के प्रभाव से वातावरण में नमी की मात्रा बढने के कारण आगामी दिनों में पारा में वृद्धि होने एवं ठंड से राहत मिलने की संभावना व्यक्त कर रहे हैं। चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट होने के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई जा रही है। उत्तर की सर्द हवाओं के प्रभाव से अभी भी सुबह-शाम अच्छी ठंड पड़ रही है।
एक सप्ताह से पारा 4-5 डिग्री पर
इधर, छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट में अभी भी शीतलहर का कहर जारी है तथा पिछले एक सप्ताह से पारा 4-5 डिग्री के बीच स्थिर है। शनिवार को मैनपाट का न्यूनतम पारा 4.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। वहीं सोमवार को पारा 5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। अभी भी कड़ाके की ठंड पड़ने से मैनपाट का जनजीवन प्रभावित है। शनिवार को मैनपाट में सुबह पाला की सफेद चादर बिछ गई थी। कड़ाके की ठंड पड़ने के कारण लोग धूप निकलने के बाद ही अपने घरों से बाहर निकल रहे है। शाम ढलते ही चारों तरफ कोहरा छाने के कारण क्षेत्रवासियों की समस्या बढ़ गई है।
