आखिरी टारगेट अब हिड़मा: नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए जंगल में घुसे 2000 जवान

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राजेश दास - जगदलपुर। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त करने का ऐलान किया है। मार्च में अब करीब पांच माह बचे हैं। इसे देखते हुए सुरक्षाबलों द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में ऑपरेशन चलाया जा रहा है। करेंगुट्टा हिल्स में चलाए गए सबसे लंबे ऑपरेशन के बाद यह दूसरा ऑपरेशन है जो सुरक्षाबलों द्वारा हिड़मा समेत शीर्ष नक्सलियों को घेरने चलाया जा रहा है और इसकी मॉनिटरिंग कई जिले के एसपी कर रहे है।
माड़वी हिड़मा समेत सशस्त्र नक्सलियों की तलाश में सुरक्षाबलों की लगभग 12 टीम अलग अलग क्षेत्रों में ऑपरेशन चला रही हैं। जिसमें 2 हजार से अधिक जवान शामिल हैं। जवानों ने दक्षिण व पश्चिम बस्तर के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है। बताया जा रहा है कि बीजापुर, सुकमा व दंतेवाड़ा जिले की संयुक्त कार्रवाई की तीनों जिले के एसपी नजर बनाए हुए हैं और यह ऑपरेशन पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला ऑपरेशन पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के बटालियन नंबर 1 के लीडर माडवी हिड़मा और उसकी बटालियन को घेरने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। हिड़मा को मार गिराना बड़ी चुनौतीः गौरतलब है कि माडवी हिड़मा पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की बटालियन नंबर 1 का प्रमुख है जो भाकपा (माओवादी) का सैन्य विंग है। हिड़मा माओवादियों की केंद्रीय समिति का सदस्य भी है- जिस पर 1 करोड़ रुपए का ईनाम घोषित है।
समर्पण के अलावा कोई रास्ता नहीं
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि, पिछले कुछ माह में कई पोलित ब्यूरो व केन्द्रीय कमेटी मेंबर मुठभेड़ में मारे गए हैं और लगातार समर्पण कर मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। बचे हुए माओवादियों को घेरने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। प्रभावी कार्रवाई करने तीन जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
दूसरा सबसे बड़ा ऑपरेशन
करेंगुट्टा हिल्स में तीन सप्ताह तक चलाए गए सबसे बड़े ऑपरेशन के बाद इसे दूसरा सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां मान रही हैं कि हिड़मा, देवा, एर्रा जैसे बड़े लीडर इसी इलाके में छिपे हुए हैं। दक्षिण बस्तर के जंगलों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू किया हैं जो की बीजापुर - सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में चलाया जा रहा है। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन में बड़ी मुडभेड़ की आशंका बनी हुई है। पूरे इलाके में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है और हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर रखे गए हैं।
