हाथियों को लेकर हाई कोर्ट की सख्ती: सरकार को फटकार लगाते हुए मांगा अतिरिक्त जवाब, सुरक्षा को लेकर जताई चिंता

हाथियों के कुएं में गिरने पर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के अलग- अलग इलाकों से हाथियों के शावकों की कुएं में गिरने की घटना सामने आई थी। जिसके बाद अब बिलासपुर हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। कोर्ट ने रायगढ़ में हाथी शावक की मौत और बारनवापारा अभयारण्य में कुएं में गिरे तीन हाथियों मामले में राज्य सरकार को फटकार लगाई है।
चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने इन दोनों मामलों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से अतिरिक्त जवाब मांगा है। बता दें कि, रायगढ़ में हाथी का शावक कीचड़ में फंसकर डूब गया था। कोर्ट ने राज्य सरकार, बिजली, वन और पर्यावरण- जलवायु परिवर्तन विभाग ने कोर्ट में शपथपत्र दाखिल किया। जिसमें बताया कि, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निरीक्षण, निगरानी और त्वरित कार्रवाई के उपाय प्रभावी रूप से लागू किए जाएंगे।

सुरक्षा प्रबंधन मजबूत करने का दिया भरोसा
सरकार ने आश्वासन दिया कि, हाथियों की आवाजाही वाले क्षेत्रों में सुरक्षा प्रबंधन को मजबूत किया जा रहा है। दूसरी ओर, आज सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने हस्तक्षेपकर्ता ने बताया कि बलौदाबाजार जिले के बारनवापारा अभयारण्य के ग्राम हरदी में तीन हाथी और एक शावक खुले सूखे कुएं में गिर गए थे, जिन्हें जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया।

अगली सुनवाई में मांगा जवाब
शासन के हलफनामे में बताया गया कि, प्रदेशभर में ऐसे करीब 20 हजार खुले सूखे कुएं मौजूद हैं, लेकिन इन्हें बंद करने या कवर करने के उपाय स्पष्ट नहीं बताए गए। इस पर हाइकोर्ट ने कहा- आपने स्टेप क्या लिए है 15 दिसम्बर की अगली सुनवाई से पहले अतिरिक्त जवाब पेश करें।
