भारतमाला केस में ईडी की इंट्री: रायपुर और महासमंद में भू-माफिया के नौ ठिकानों पर छापे

भारतमाला केस में ईडी की इंट्री : रायपुर और महासमंद में भू-माफिया के नौ ठिकानों पर छापे
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भारतमाला केस में ईडी ने जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा सहित उसके रिश्तेदार और घोटाले में शामिल अफसरों के नौ ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की है।

रायपुर। भारतमाला परियोजना भू-अर्जन मुआवाजा राजा घोटाला केस में ईडी ने जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा सहित उसके रिश्तेदार तथा घोटाले में शामिल अफसरों के नौ ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की है। रायपुर तथा महासमुंद में तड़के छह बजे अफसरों ने धावा बोला। सूत्रों के मुताबिक घोटाला से जुड़े एक आरोपी को ईडी ने पूछताछ करने हिरासत में लिया है। भारतमाला परियोजना में 43 करोड़ रुपए भू-अर्जन मुआवजा घोटाले में ईडी जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा के साथ उसके ससुर महासमुंद, मेघ बसंत कालोनी निवासी जसबीर सिंह बग्गा के निवास पर छापे की कार्रवाई करने पहुंची थी। ईडी की 10 सदस्यीय टीम चार गाड़ियों में तड़के पहुंची।

बताया जा रहा है, ईडी की टीम जसबीर सिंह बग्गा के आर्यन होंडा शोरूम में जांच करने गई थी। जिन लोगों के ठिकानों पर ईडी की टीम छापे की कार्रवाई करने पहुंची, उनके यहां घोटाला से जुड़े डिजिटल साक्ष्य कलेक्ट करने के साथ उनसे पूछताछ की है। हरमीत सिंह घोटाले का मुख्य आरोपी है। उस पर अपनी तहसीलदार पत्नी की मदद से घोटाला करने का आरोप है।

बैक डेट में दस्तावेज तैयार कर घोटाला
43 करोड़ रुपए के भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाला में जमीन को टुकड़ों में बांटकर एनएचएआई को 78 करोड़ का भुगतान दिखाया गया। इसके लिए एसडीएम, पटवारी और भू-माफिया के सिंडिकेट ने बैक डेट पर दस्तावेज बनाकर घोटाले को अंजाम दिया। घोटाला सामने आने के बाद कोरबा डिप्टी कलेक्टर शशिकांत कुर्रे को सस्पेंड किया गया। इसके पूर्व जगदलपुर निगम कमिश्नर निर्भय साहू को भी सस्पेंड किया गया था। शशिकांत और निर्भय पर जांच रिपोर्ट तैयार होने के 6 महीने बाद कार्रवाई हुई थी।

जांच के दायरे में अधिकारी व कर्मी
घोटाले की जांच के दायरे में राजस्व विभाग के अधिकारी के साथ कर्मी शामिल हैं। मामले की ईओडब्लू अलग से जांच कर रही है। ईओडब्लू ने तीन माह पूर्व घोटाले को लेकर आठ हजार पन्नों का कोर्ट में चालान भी पेश किया है। ईओडब्लू की चार्जशीट में राजस्व विभाग के अधिकारी तथा कर्मी भी आरोपी बनाए गए हैं। ईओडब्लू ने 10 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया है।

हरमीत को 23 करोड़ रुपए मिलने का दावा
भारत माला प्रोजेक्ट घोटाला को लेकर ईओडब्लू ने कोर्ट में जो चालान पेश किया है, उसमें बताया गया है कि घोटाला में हरमीत सिंह खनूजा को 23 करोड़ रुपए मिले। जिन्हें ज्यादा मुआवजा मिला, उनके अकाउंट से हरमीत को पैसे ट्रांसफर हुए हैं। कोर्ट में पेश चार्जशीट में उल्लेख किया गया है कि राजस्व अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर तथा पटवारी को घोटाला में शामिल होने जमीन दलाल विजय जैन तथा हरमीत सिंह खनूजा ने अपने विश्वास में लिया। इसके बाद फर्जीवाड़ा कर घोटाला किया।

मुआवाजा हासिल करने 80 नाम चढ़ाए गए
राजस्व रिकार्ड के हिसाब से भू-अर्जन मुआवाजा राशि 29.5 करोड़ रुपए बन रही थी। अभनपुर के ग्राम नायकबांधा और उरला में भू-माफिया ने राजस्व अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर जमीन को छोटे टुकड़ों में काटकर 159 खसरे में बांट दिया। मुआवजा के लिए 80 नए नाम रिकॉर्ड में चढ़ा दिए गए। इससे 559 मीटर जमीन की कीमत करीब 29.5 करोड़ से बढ़कर 70 करोड़ से ज्यादा पहुंच गई। अभनपुर बेल्ट में 9.38 किलोमीटर के लिए 324 करोड़ मुआवजा राशि निर्धारित की गई। इसमें से 246 करोड़ रुपए मुआवजा दिया जा चुका है। वहीं 78 करोड़ रुपए का भुगतान अभी रोक दिया गया है।

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