डोंगरगढ़ में डायरिया का कहर: दूषित पानी से तीन गांवों में मचा हाहाकार, दो की मौत 50 से ज्यादा बीमार

डायरिया से पीड़ित पाड़ादाह स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती
राजा शर्मा - डोंगरगढ़। जिले के डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप फैल गया है, 31 अक्टूबर को गातापार जंगल के आश्रित ग्राम लिमाउटोला में आयोजित मृत्यु भोज के बाद तीन गांवों- लिमाउटोला, सांकरा और गाड़ाघाट में बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार पड़ गए। अब तक दो ग्रामीणों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग उल्टी-दस्त और पेट दर्द से पीड़ित हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
बीमारों को तुरंत पाड़ादाह स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, गंभीर मरीजों को खैरागढ़ सिविल अस्पताल और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर इलाज कर रही है और प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर दवाइयां और स्वच्छ पानी की व्यवस्था की जा रही है।

विधायक हर्षिता बघेल मौके पर पहुंचीं
सूचना मिलते ही डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता बघेल प्रभावित गांव पहुंचीं। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों से मुलाकात की और बीमारी की जानकारी ली। विधायक ने कहा- 'गांव में जिस स्थान पर बोर खनन हुआ है, उसी के पास शासकीय शौचालय बना हुआ है। शौचालय के सोकते का पानी बोरिंग के पानी में मिल रहा है। जांच में यही दूषित पानी बीमारी का मुख्य कारण पाया गया है। यह प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है।'
उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय तो बनवा दिए गए हैं, लेकिन उनके रखरखाव की भारी अनदेखी की जा रही है, और यही लापरवाही अब जानलेवा रूप ले चुकी है।
डोंगरगढ़ क्षेत्र में तेजी से डायरिया फैला, दूषित पानी से तीन गांवों मे मचा हाहाकार दो ग्रामीणों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग बीमार हैं। विधायक हर्षिता बघेल ने मौके पर पहुंच कर जताई चिंता। @kcgdistt #Chhattisgarh #Diarrhoea pic.twitter.com/QY61O4fAZc
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 5, 2025
स्वास्थ्य विभाग की निगरानी जारी
वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार प्रभावित गांवों की निगरानी कर रही है। क्षेत्र में बीमारी पर नियंत्रण के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। हालांकि यह घटना ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता व्यवस्था की वास्तविक स्थिति और प्रशासनिक लापरवाही पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।

