रास नहीं आई घरेलू उड़ान: नहीं मिले यात्री, जगदलपुर की तरह बिलासपुर-अंबिकापुर फ्लाइट भी ग्राउंड

रास नहीं आई घरेलू उड़ान :  नहीं मिले यात्री, जगदलपुर की तरह बिलासपुर-अंबिकापुर फ्लाइट भी ग्राउंड
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File Photo 

छत्तीसगढ़ के भीतर विभिन्न शहरों को आ में वायु मार्ग से जोड़ने के लिए घरेलू उड़ान की योजना बेहतर रिस्पांस के अभाव में खटाई में पड़ती नजर आ रही है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ के भीतर विभिन्न शहरों को आपस में वायु मार्ग से जोड़ने के लिए घरेलू उड़ान की योजना बेहतर रिस्पांस के अभाव में खटाई में पड़ती नजर आ रही है। जगदलपुर को रायपुर से जोड़ने फिर रायपुर-बिलासपुर-अंबिकापुर को कनेक्ट करने शुरू की गई फ्लाइटों को कुछ समय में ही बंद करना पड़ गया। इसकी वजह किराया ज्यादा होना और पर्याप्त संख्या में यात्रियों का नहीं होना था। छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों को हवाई मार्ग से आपस में जोड़ने के लिए घरेलू विमान सेवा की योजना बनाई गई थी। इसके लिए करीब तीन साल पहले रायपुर- जगदलपुर के बीच एयर ओडिशा एयरलाइंस से अनुबंध किया गया था।

कंपनी अपने छोटे एयरक्राफ्ट के माध्यम से यात्रियों को दोनों शहर के बीच यात्रा करने की सुविधा दे रही थी। शुरुआत में सफर ठीक रहा, इसके बाद यात्रियों की संख्या कम होने की वजह से इसकी चाल अनियमित हो गई और अनुबंध समाप्त करना पड़ा। इसके बाद एयर इंडिया ने रायपुर-जगदलपुर-हैदराबाद को आपस में जोड़ने फ्लाइट शुरू की। इस कंपनी की फ्लाइट ठीक चल रही थी, तो इंडिगो ने भी इसी सेक्टर में अपनी उड़ान शुरू की। रायपुर-जगदलपुर के बीच दोनों फ्लाइट को कम संख्या में यात्री मिलने लगे, तो दोनों कंपनियों ने संचालन से अपना हाथ पीछे खींच लिया। अंबिकापुर-बिलासपुर-रायपुर के बीच फ्लायबिग नामक कंपनी ने सालभर पहले अपनी विमान सेवा प्रारंभ की थी। शुरुआती दिनों में इसका फेयर 999 रुपए था, बाद में उसे 1999 और अंतिम दिनों 5999 तक पहुंच गया। फ्लाइट कभी विजबिलिटी और कभी बारिश के कारण कैंसिल होती रही और बाद में इसका संचालन ही बंद कर दिया गया।

विंटर शेड्यूल में बंद हुई
रायपुर-जगदलपुर-हैदराबाद को जोड़ने वाली इंडिगो की फ्लाइट को पिछले साल विंटर शेड्यूल में शामिल नहीं किया गया था। उस दौरान यह अनुमान लगाया गया था कि फ्लाइट गर्मी के मौसम में पुनः उड़ान भर सकती है, मगर ऐसा नहीं हुआ। दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वालों को तीन हजार रुपए तक खर्च करने पड़ रहे थे, इसलिए उनकी संख्या कम थी। यात्री कम होने की वजह से विमानन कंपनी ने भी इस फ्लाइट को नियमित रखना जरूरी नहीं समझा।

औपचारिकता पूरी नहीं की
विमानन कंपनियों को अपनी आवाजाही का शेड्यूल बनाए रखने के लिए डीजीसीए के सामने औपचारिकता पूरी करनी पड़ती है। छोटी फ्लाइट में कम यात्री की वजह से फ्लाय बिग ने अक्टूबर से लागू विंटर शेड्यूल से अंबिकापुर-बिलासपुर-रायपुर फ्लाइट को अलग कर दिया। इस फ्लाइट को 19 दिसंबर 2024 में हरी झंडी दिखाई गई थी। शुरुआती दिनों में इसे सप्ताह में एक दिन चलाया गया, फिर अवधि बढ़ाकर 5 दिन किया गया। इसके बाद उड़ान में कटौती होने लगी।

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