चक्रवाती तूफान 'मोंथा' ने रोके ट्रेनों के पहिए: वाल्टेयर लाइन और इससे जुड़े मार्गों पर चलने वाली ट्रेनें रोकी गईं

रेलवे स्टेशन में रुकी हुई ट्रेन
अनिल सामंत- जगदलपुर। चक्रवात तूफान 'मोंथा' के खतरनाक होने के मद्देनज़र यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, पूर्व तट रेलवे ने वाल्टेयर क्षेत्र और इससे जुड़े मार्गों पर चलने वाली कई यात्री गाड़ियों को रद्द, परिवर्तित और शॉर्ट टर्मिनेशन की घोषणा की है।
उक्त सभी कदम भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों और पूर्वानुमानों के आधार पर सावधानी के तौर पर उठाए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन से संचालित होने वाली दर्जनों यात्री ट्रेनों को रद्द किया गया है। तूफान से यात्री ट्रेनो को रद्द और निरस्तीकरण के चलते यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
ये ट्रेने रद्द या निरस्त रहेंगी
इनमे 18515 विशाखापत्तनम–किरंडुल नाइट एक्सप्रेस 27 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में रद्द किया गया। जबकि 18516 किरंडुल–विशाखापत्तनम नाइट एक्सप्रेस 28 अक्टूबर को किरंडुल स्टेशन में रद्द रहेगी। जबकि 58501 विशाखापत्तनम–किरंडुल पैसेंजर 28 अक्टूबर को विशाखापत्तनम से रद्द किया गया है। वही 58502 किरंडुल–विशाखापत्तनम पैसेंजर को किरंडुल में रद्द रहेगी।
58538 विशाखापत्तनम–कोरापुट पैसेंजर 28 अक्टूबर को विशाखापत्तनम से 58537 कोरापुट–विशाखापत्तनम पैसेंजर 28 अक्टूबर को कोरापुट से रद्द की गई है। 18512 विशाखापत्तनम–कोरापुट एक्सप्रेस 27 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में रोक दी गई। जबकि 18511 कोरापुट–विशाखापत्तनम एक्सप्रेस 28 अक्टूबर को कोरापुट में रोकी गई। ट्रेन संख्या 18447 भुवनेश्वर–जगदलपुर हिरकहंड एक्सप्रेस, जो 27 अक्टूबर को भुवनेश्वर से चलेगी को रायगढ़ा स्टेशन में रद्द किया जाएगा। ट्रेन संख्या 18107 राउरकेला–जगदलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस,जो 27 अक्टूबर को राउरकेला से चलेगी को भी रायगढ़ा पर ही रद्द किया गया।
पूर्व तट रेलवे ने उठाए एहतियाती एवं सुरक्षात्मक कदम
सभी मंडल मुख्यालयों में 24×7 इमरजेंसी कंट्रोल रूम सक्रिय किए गए हैं। भारतीय मौसम विभाग से निरंतर समन्वय कर वास्तविक समय के अपडेट प्राप्त किए जा रहे हैं। महत्वपूर्ण स्टेशनों पर पुनर्स्थापन टीमों को तैनात किया गया है, राहत सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है। अतिरिक्त स्टाफ को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है ताकि परिचालन और यात्रियों की मदद की जा सके। बड़े स्टेशनों पर भोजन, पानी और आश्रय की व्यवस्था की गई है। रिफंड काउंटर और हेल्प डेस्क भी प्रमुख स्टेशनों पर खोले गए हैं।
