बाबा गुरु घासीदास की 269वीं जयंती: सीएम साय ने प्रदेशवासियों को दी बधाई, बोले- 'मनखे- मनखे एक समान' का संदेश हमारी अमर विरासत

सीएम साय ने प्रदेशवासियों को दी गुरु घासीदास की जयंती की बधाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने बाबा गुरु घासीदास की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई प्रेषित की है। सीएम साय ने कहा-कि, बाबा गुरु घासीदास ने अपने दिव्य उपदेशों और आचरण से समाज को सत्य, अहिंसा, समानता और सामाजिक सद्भाव के मार्ग पर अग्रसर किया। उनका अमर संदेश 'मनखे-मनखे एक समान' केवल एक विचार नहीं, बल्कि मानवता को जोड़ने वाला ऐसा जीवन-दर्शन है, जो भेदभाव रहित, न्यायपूर्ण और समतामूलक समाज की मजबूत नींव रखता है।
सीएम ने कहा कि, बाबा गुरु घासीदास जी ने छत्तीसगढ़ की धरती पर सामाजिक एवं आध्यात्मिक जागरण की सुदृढ़ आधारशिला रखी। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों, असमानताओं और अंधविश्वासों के विरुद्ध चेतना जगाते हुए नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की और जनमानस को आत्मसम्मान एवं मानवीय गरिमा का बोध कराया।
|| सतनाम घट-घट म समाय हे ||
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 18, 2025
छत्तीसगढ़ की पावन धरती पर जन्मे सतनाम पंथ के प्रवर्तक, महान समाज सुधारक श्रद्धेय बाबा गुरु घासीदास जी ने सत्य, अहिंसा और समानता का जो कालजयी संदेश दिया, वह आज भी समाज को दिशा और चेतना प्रदान कर रहा है।
“मनखे-मनखे एक समान” और “सतनाम” का उनका अमर दर्शन… pic.twitter.com/2Ht6IXLaBe
मानवीय गुणों के मार्गदर्शक हैं गुरु घासीदास
सीएम साय ने कहा कि बाबा जी का जीवन-दर्शन करुणा, सहिष्णुता, प्रेम, सत्यनिष्ठा और परस्पर सम्मान जैसे मानवीय गुणों के विकास का मार्गदर्शक है। उनके विचार और आदर्श समय की कसौटी पर खरे उतरते हुए आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और वर्तमान समाज के लिए प्रेरणा का सशक्त स्रोत बने हुए हैं।
बाबा के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें
सीएम विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि, वे बाबा गुरु घासीदास के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें और सामाजिक समरसता, शांति और सौहार्द के साथ एक समृद्ध और समावेशी छत्तीसगढ़ के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
