भाजपा नेता भिड़े: संदीप ने कहा- वक्फ बोर्ड कर रहा भयादोहन, सलीम बोले- किसी को बेदखल नहीं कर रहे

वरिष्ठ भाजपा नेता संदीप शर्मा - वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डा. सलीम राज
रायपुर। पुरानी बस्ती में मस्जिद के पास रहने वाले तीन लोगों को वक्फ बोर्ड द्वारा नोटिस भेजे जाने पर भाजपा के दो दिग्गज आमने-सामने हो गए हैं। छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता संदीप शर्मा ने इस मामले में वक्फ बोर्ड को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि यह तो वक्फ बोर्ड का भयादोहन है। ठीक दीपावली के दिन नोटिस देकर इन परिवारों की दीपावली खराब कर दी गई है। वक्फ बोर्ड ने 22 अक्टूबर को नोटिस देकर 24 अक्टूबर को जवाब मांगा है। ऐसे में त्योहार के समय कोई भी त्योहार मनाएगा या फिर वक्फ बोर्ड को जवाब देगा, यह बात समझ से परे है।
इस मामले में वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डा. सलीम राज का कहना है कि हमारा इरादा किसी को भी बेदखल करने का नहीं है। जिनका भी वक्फ की जमीन पर कब्जा है, वे अगर किराया देने तैयार होते हैं तो किरायानामा तैयार करा लें, उनको कब्जा खाली करने कहा ही नहीं जा रहा है। वक्फ बोर्ड प्रदेशभर में वक्फ की जमीनों को लेकर लगातार नोटिस देने का काम कर रहा है। ऐसे में पुरानी बस्ती के तीन लोगों को नोटिस मिलने के बाद इस मामले में भाजपा के ही वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष संदीप शर्मा सामने आ गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाया है। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा है, ठीक त्योहार के दिन हिंदुओं को वक्फ बोर्ड का नोटिस वक्फ की जमीन कब्जाए हो, दो दिनों में जवाब दो, नहीं तो कार्रवाई की धमकी। 100-100 साल से निवासरत पुरानी बस्ती के लोग हलाकान हैं।
वक्फ के पास कोई रिकार्ड है?
इस मामले श्री शर्मा ने हरिभूमि से चर्चा करते हुए साफ शब्दों में कहा- वक्फ बोर्ड भयादोहन कर रहा है। यहां पर लोग 50 सालों से ज्यादा समय से रह रहे हैं। मस्जिद के आसपास रहने वाले सभी हिंदू हैं। उन्होंने क्या वक्फ की जमीन पर कब्जा किया है। जिस महाराजा स्वीट्स के संचालक को नोटिस दिया गया है, वे मस्जिद को किराया देते हैं। बिना किसी जांच के कैसे किसी को नोटिस दिया जा सकता है। उन्होंने सवाल खड़ा किया, क्या वक्फ बोर्ड ने कोई सीमांकन कराया है, कोई राजस्व रिकॉर्ड है, जिससे पता चल रहा है कि वक्फ की जमीन पर कब्जा किया गया है।
नोटिस देने का मतलब बेदखल करना नहीं : सलीम राज
इस मामले में वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डा. सलीम राज का कहना है कि, वक्फ की जमीन को चिन्हित करके नोटिस देने का काम किया जा रहा है। यह एक शासकीय प्रक्रिया है। पुरानी बस्ती के तीन दुकानदारों को 17 अक्टूबर को नोटिस जारी किया गया था। उनसे महज जवाब मांगा गया है। हमारा मकसद किसी को भी बेदखल करने का नहीं है। वक्फ की जमीन पर काबिज हैं तो उनको किराया देना होगा। इसके लिए किरायानामा तैयार करा लें। कलेक्टर गाइडलाइन के मुताबिक जो किराया होगा, वह लिया जाएगा।
