कैदी ने पिया सेनेटाइजर: अंबिकापुर जेल हुआ था फरार, पुलिस के पहुंचते ही पिया जहरीला पदार्थ

अस्पताल में भर्ती कैदी
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा फरार कैदी मुकेश कांत अब सिम्स अस्पताल में भर्ती है। उसने बुधवार को जब अंबिकापुर पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो सेनेटाइजर पी लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि, मुकेश ने एक दिन पहले ही बिलासपुर कलेक्टर के सामने आत्मसमर्पण किया था, लेकिन इसके बावजूद न तो उसकी गिरफ्तारी हुई और न ही जेल में दाखिला हुआ।
मिली जानकारी के मुताबिक, मुकेश कांत फरवरी 2025 से अंबिकापुर जेल से फरार था। मंगलवार को उसने खुद कलेक्टर के सामने सरेंडर किया। कलेक्टर ने उसे पुलिस के हवाले किया और पुलिस ने औपचारिकता पूरी करते हुए केंद्रीय जेल भेज दिया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जेल प्रशासन ने ना तो उसे रजिस्टर में दर्ज किया, न ही हिरासत में लिया। बल्कि, महज पूछताछ के बाद थाने के बाहर ही छोड़ दिया। इसके बाद मुकेश अपने परिवार के साथ घर चला गया। बुधवार को जब अंबिकापुर पुलिस बिलासपुर पहुंची और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की, तब उसने सेनेटाइजर पी लिया। गंभीर हालत में उसे सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
हत्या के मामले में हुई है आजीवन कारावास की सजा
बताया जा रहा है कि मुकेश कांत को 2013 में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। फरारी के बाद आत्मसमर्पण करने के बावजूद उसका दोबारा छूट जाना पुलिस और जेल प्रशासन की बड़ी चूक को उजागर करता है। अब पूरे मामले की जांच की मांग तेज हो गई है। सवाल उठ रहा है कि जब एक फरार कैदी खुद कानून के हवाले हुआ, तो फिर वह जेल की बजाय घर कैसे पहुंच गया?
एसएसपी ने दी मामले की जानकारी
वहीं कैदी के जहर खाने के पहले एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया था कि, अंबिकापुर पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई है, वे कैदी को लेने आ रहे है। लेकिन कुछ देर बाद कैदी ने सेनेटाइजर जैसी कुछ जहरीली चीज पी लिया और उसे अभी सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
