हाईकोर्ट का भव्य सिल्वर जुबली सेलिब्रेशन: 92 साल के वे सीनियर एडवोकेट अग्रवाल भी हुए शामिल, जिनकी जिद से खुला उच्च न्यायालय

सीनियर एडवोकेट गौरी शंकर अग्रवाल
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के 25 साल पूरे होने पर आज हाईकोर्ट परिसर में भव्य सिल्वर जुबली सेलिब्रेट किया जा रहा है। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस माहेश्वरी, जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, समेत बड़ी संख्या में ज्यूडिशरी ऑफिसर के साथ मंत्री और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के स्थापना के बीच एक दिलचस्प बात निकल कर सामने आई। छत्तीसगढ़ में हाईकोर्ट को लाने एक अधिवक्ता की जिद्द का अहम योगदान रहा। जी हां... हमारे साथ मौजूद हैं, एक जिद्द एक जुनून के साथ बिलासपुर तक छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट लाने वाले सीनियर एडवोकेट गौरी शंकर अग्रवाल। जिनका हाईकोर्ट के वेबसाइट में सबसे पहला नाम दर्ज है।
हाईकोर्ट के 25 साल पूरे होने पर भव्य सिल्वर जुबली सेलिब्रेट किया जा रहा है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के जज, राज्यपाल, सीएम समेत कई लोग साथ मंत्री और वरिष्ठ नेता मौजूद थे। pic.twitter.com/e1cavIoSTg
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) September 27, 2025
10 साल तक छोड़ दिया था प्रेक्टिस
हरिभूमि डॉट कॉम ने सीनियर एडवोकेट गौरी शंकर अग्रवाल और रविशंकर यूनिवर्सिटी की लॉ प्रोफेसर डीन विनीता अग्रवाल से खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि, छत्तीसगढ़ के स्थापना से पहले ही हाईकोर्ट की स्थापना को लेकर बिलासपुर और रायपुर में काफी खींचतान चल रहा था। बिलासपुर के सीनियर एडवोकेट गौरी शंकर अग्रवाल ने बिलासपुर में हाईकोर्ट की स्थापना को लेकर छत्तीसगढ़ स्थापना से पहले जिद्द में 10 साल तक प्रेक्टिस छोड़ दिया था, नतीजतन बिलासपुर को हाईकोर्ट मिला और 25 बरस पूरे हो गए।
