फर्जी एजुकेशन कंसल्टेंसी की जालसाजी: एडमिशन के नाम पर व्यापारी से ठगे 30 लाख, जांच में जुटी पुलिस

पुलिस थाना सिविल लाइन
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। जहां नामी कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर एक लुब्रिकेंट व्यापारी से करीब 30 लाख रुपए की ठगी हुई है। व्यापारी को पुणे स्थित चोंढे ग्रुप एजुकेशन कंसल्टेंसी के नाम पर झांसा दिया गया था। ठगों ने पहले व्यापारी का भरोसा जितने के बाद बैंक ट्रांसफर और नकद रूप में मोटी रकम वसूल लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, ठगों ने व्यापारी को यह विश्वास दिलाया कि, उनके बेटे का दाखिला पुणे के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में सुनिश्चित है। एडमिशन प्रक्रिया के नाम पर अलग-अलग किश्तों में कुल 30 लाख रुपये ले लिये गए। बाद में जब व्यापारी ने कॉलेज से संपर्क किया, तो पूरी सच्चाई सामने आई। बताया गया कि, ऐसा कोई प्रवेश नहीं हुआ है। फिलहाल, सिविल लाइन पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बिलासपुर में एक लुब्रिकेंट व्यापारी को नामी कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपये का चूना लगाया गया। पुलिस ने ठगी के नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है। @BilaspurDist #Chhattisgarh #Fraud pic.twitter.com/puSQWROw1G
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 2, 2025
फर्जी मैट्रिमोनियल साइट से ठगी
वहीं 5 अक्टूबर को रायपुर पुलिस ने ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत मैट्रिमोनियल के फर्जी कार्यालय में छापेमार कार्रवाई की थी। इस दौरान पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी मैट्रिमोनियल साइट बनाकर लोगों को वर वधू का फर्जी फोटो दिखाकर लोगों से ठगी करते थे। कार्रवाई गोल चौक डगनिया में जीवन जोड़ी, रॉयल रिश्ते और कटोरा तालाब में ई- रिश्ता के नाम से बनाए गए फर्जी कार्यालय में की गई है।
इन फर्जी वेबसाइट का हुआ खुलासा
आरोपियों से पूछताछ और उनके मोबाइल के तकनीकी विश्लेषण से जानकारी प्राप्त हुई है। जिसमें www.erishtaa.com, www.jeevanjodi.com और www.royalrishtey.com फर्जी वेबसाइट चलाने का खुलासा हुआ है। सभी आरोपी चीन नागरिकों के लिए देश के विभिन्न शहरों में व्याप्त साइबर अपराधियों के नेटवर्क के माध्यम से मनी लाउंड्रिंग के लिए म्युल बैंक एकाउंट्स का लेनदेन किया था। म्युल एकाउंट का कंट्रोल APK के माध्यम से किया जाता था। बैंक खाता में हुए ट्रांजेक्शन की रकम के मुताबिक सभी को उनका कमीशन मिलता था।
करोड़ों की ठगी का हुआ खुलासा
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 50 मोबाइल, 10 डेस्कटॉप कंप्यूटर, सिम कार्ड बरामद हुआ है। साथ ही 60 बैंक अकाउंट में करोड़ों की ठगी का भी खुलासा हुआ है। आरोपियों ने देश के विभिन्न राज्यों के 500 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। म्युल एकाउंट का कंट्रोल चीनी नागरिक APK के माध्यम से करते थे।
आरोपियों को भेजा गया जेल
बैंक से भी ऐसे म्यूल बैंक अकाउंट की लगातार जानकारी प्राप्त की जा रही है, जिसमें बड़ी मात्रा में या असामान्य ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ में और भी बहुत से लोगों के नाम सामने आये हैं जो इन बैंक खातों का उपयोग ठगी करने के लिये करते थे। म्यूल बैंक अकाउंट प्रकरण में संलिप्त सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। प्रकरण में व्यापक अनुसंधान जारी है। गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
म्यूल बैंक अकाउंट प्रकरण में उड़ीसा, गुजरात, बिलासपुर, रायपुर के 4 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। मैट्रिमोनियल साइट बनाकर लोगों से ठगी करने वाले आरोपियों में गजसिंघ सुना सूरदा, सिंधईकेला, बलांगीर ओडिशा, भिखु सचदेव भाटिया, कल्याणपुर, द्वारिका गुजरात, साहिल कौशिक काठाकोनी, तखतपुर बिलासपुर हर्षित शर्मा अरविंद नगर, कटोरा तालाब रायपुर के नाम शामिल है।
