नक्सल मोर्चे से बड़ी खबर: एक करोड़ का इनामी नक्सल लीडर सोनू उर्फ भूपति ने गढ़चिरौली पुलिस के सामने किया सरेंडर

नक्सल लीडर सोनू उर्फ भूपति
गणेश मिश्रा- बीजापुर। नक्सल नेता सोनू उर्फ भूपति अपने 61 साथियों के साथ गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। उसने अपने साथ 50 हथियार भी सरेंडर कियें हैं। भूपति बड़े कैडर का नक्सली है। यह छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र में मोस्ट वांटेड है। इस पर करीब 1 से डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित है।
मिली जानकारी के मुताबिक संघर्ष विराम को लेकर सोनू उर्फ भूपति द्वारा जारी प्रेस नोट के बाद संगठन में खलबली मची थी। नक्सल संगठन ने सोनू और उनके साथियों से हथियार छीनने PLGA को दिए थे निर्देश। सोनू की जान को अपने ही साथियों से ख़तरा था। इसी बीच उसके समर्पण करने की खबर आ रही है।
भूपति ने ही झीरम घाटी हमले को दिया था अंजाम
गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्म समर्पण करने वाला सोनू और भूपति यह वही नक्सली कमांडर है, जिसने झीरम हमले को अंजाम दिया था। इसी के इशारे पर महेंद्र कर्मा, नंदकुमार पटेल और उनके बेटे की हत्या की गई थी। जिसमें कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेतृत्व को भी खो दिया था। उसके बाद से ही सोनू और भूपति की तलाश सुरक्षा एजेंसी को थी। सोनू के आत्म समर्पण के बाद अब सवाल यह उठना रहा है कि, क्या अब भी झीरम कांड की हकीकत से पर्दा उठ पाएगा या सवाल जिंदा रहेंगे?

लगभग 70 साल का है भूपति
नक्सल नेता सोनू उर्फ भूपति को मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ विवेक उर्फ भूपति उर्फ सोनू उर्फ लक्षन्ना उर्फ रूसी के नाम भी जाना जाता है। पिता वेंकटैय्या, उम्र 69/2024 जाति ब्राम्हण, निवासी ग्राम पेद्दापल्ली, जिला करीमनगर, तेलंगाना राज्य। शिक्षा बी. कॉम, पत्नी डीवीसी ताराबाई उम्र 50 साल साकिन आंध्रप्रदेश।
- पोलित ब्यूरो सदस्य
- सेन्ट्रल कमेटी सदस्य
- सचिव सीआरबी
- प्रवक्ता भाकपा माओवादी
- हथियार- एके 47
- ईनाम- 1 करोड़
भाजपा नेता की हत्या
इधर मंगलवार को ही छत्तीसगढ़ के बस्तर में एक बार फिर नक्सलियों ने बेरहमी से भाजपा नेता की हत्या कर दी है। मुखबिरी का आरोप लगाते हुए नक्सलियों ने बीजापुर जिले के पूनेम सत्यम को मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान उन्होंने अपना पुराना रवैया दोहराते हुए शव के पास पर्चा फेंका है। जिसमें कई गंभीर आरोप लगाये हैं। हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों के मद्देड़ एरिया कमेटी ने ली है।
शव के पास मिला पर्चा
भाजपा नेता के शव के पास नक्सलियों ने पर्चा फेंका है। जिसमें लिखा- ब्राहमतीय हिन्दुत्वयासीवादी भाजपा, आरएसएस, मोदी, विष्णुदेव साय सरकार ने 2026 मार्च तक माओवादी पार्टी के खात्मे का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य को लेकर गांव- गांव में भाजपा संगठन को मजबूत और पुलिस मुखबिर तंत्र को एकत्रित कर सूचना आधार पर हमारी दलों के उपर हमला कर रही है।
मुखबिरी करने का लगाया आरोप
भाजपा कार्यकर्ता पूनम सत्यम को हमारे मद्देड़ एरीया कमेटी की तरफ से भाजपा संगठन सदस्य पुलिस मुखबिरी का काम छोड़कर जनता के साथ जीवनयापन करने को 2016 से अब तक कई बार समझाया गया। फिर भी हमारी पार्टी का बात को न मानकर पुलिस और सरकार के लिए काम कर रहा था। हमारे संगठन की जानकारी को सरकार तक पहुँचाने का काम किया।
मौत के लिए भाजपा सरकार को बताया जिम्मेदार
2024 जुलाई 26 को पूनेम सत्यम के पुलिस को सूचना देने के कारण हमारे पार्टी के कार्यकर्ता को पुलिस उठाकर ले गई। हमारे कई सामान का पुलिस के हाथों में जाने के पीछे पूनेम सत्यम का ही काम है। इसलिए 15 अक्टूम्बर 2025 को भारत बंद का आह्वाहन करते हुए पूनेम सत्यम को मौत की सजा दे रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा- सत्यम की मौत का जिम्मेदार एरीया कमेटी नहीं बल्कि ब्राहमणीय हिन्दूत्व, फासीवादी, भाजपा विष्णुदेव साय सरकार है।
