नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा की तैयारी: चोरभट्टी प्राथमिक शाला के 100 से अधिक छात्रों ने दिया मॉक टेस्ट, शिक्षकों ने किया गाइड

नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा की तैयारी
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परीक्षा दिलाते हुए छात्र-छात्राएं

बेमेतरा जिले के विकासखंड साजा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला चोरभट्टी में नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट का आयोजन हुआ।

बेमेतरा। बेमेतरा जिले के विकासखंड साजा अनतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला चोरभट्टी में नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट का आयोजन किया गया। इस मॉक टेस्ट में भंडारण, लोलेसरा और मुंगलाटोला समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से 100 से भी अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

परीक्षा के दौरान छात्रों में अनुशासन, एकाग्रता और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना स्पष्ट रूप से देखने को मिली। इस आयोजन में शासकीय प्राथमिक शाला चोरभट्टी की प्रधान पाठक कोमल सिन्हा, शासकीय प्राथमिक शाला पिपरिया के प्रधान पाठक डोगेंद्र वर्मा, शासकीय प्राथमिक शाला भरदा के प्रधान पाठक मुकेश वर्मा, सहायक शिक्षक देवाराम साहू एवं सहायक शिक्षक आशुतोष चौबे की विशेष उपस्थिति रही।


विद्यालय परिवार और सहयोगी शिक्षकों ने प्रसन्नता व्यक्त की
सभी शिक्षकों ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें नवोदय परीक्षा की तैयारी से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव और मार्गदर्शन प्रदान किया। विद्यालय परिवार और सहयोगी शिक्षकों ने इस सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ऐसे अभ्यास सत्र आयोजित करने की बात कही, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।


बेमेतरा की बेटी ने बढ़ाया जिले का मान
वहीं बेमेतरा जिले में शिक्षा जगत में गर्व और उत्साह का माहौल देखने को मिला है। हेमबंध गांव की बेटी सुष्मिता टोंड्रे, जिनका चयन डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है। उनका उनका डाइट बेमेतरा में पूरे आत्मीयता और सम्मान के साथ अभिनंदन किया गया। जैसे ही सुष्मिता संस्थान पहुँचीं, डाइट परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और हर किसी के चेहरे पर गर्व का भाव साफ झलक रहा था। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की आराधना से हुई। डाइट प्राचार्य जे.के. घृतलहरे ने सुष्मिता को शाल, श्रीफल और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि, कठिन परिश्रम और लगन से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है, और सुष्मिता इसका जीवंत उदाहरण हैं।


निरंतर परिश्रम सफलता का सबसे बड़ा मंत्र है- उप प्राचार्य
डाइट के उप प्राचार्य डॉ. कमल कपूर बंजारे ने कहा कि पीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा मेहनत और धैर्य की परीक्षा होती है। आज गांव की बेटी ने सिद्ध कर दिया कि, निरंतर परिश्रम सफलता का सबसे बड़ा मंत्र है। उन्होंने छात्र-शिक्षकों को भी प्रेरित करते हुए कहा कि, हौसला और मेहनत से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।

बेमेतरा के लिए गौरव की बात- डॉ. वसुबंधु
नव-पदस्थ प्राचार्य डॉ. वसुबंधु दीवान ने कहा कि, सुष्मिता की सफलता इस बात का प्रमाण है कि 10-15 मिनट की इस सम्मानित घड़ी के पीछे कितने वर्षों का संघर्ष और कठिन परिश्रम छुपा है। जिले से इस वर्ष सात अभ्यर्थियों का चयन होना बेमेतरा के लिए गौरव की बात है।

लगन, निष्ठा और आत्मविश्वास ही सफलता की चाबी- सुष्मिता
सुष्मिता ने अपने उद्बोधन में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि, जब जागो तभी सवेरा। पहला प्रयास असफल रहा, दूसरे में इंटरव्यू तक पहुँची, और तीसरे प्रयास में सफलता मिली। कभी निराश मत होना- लगन, निष्ठा और आत्मविश्वास ही सफलता की चाबी है।

इस अवसर पर ये रहे उपस्थित
अभिनंदन कार्यक्रम में वरिष्ठ व्याख्याता जी.एल. खुटियारे, उषा किरण पांडेय, कीर्ति घृतलहरे, श्रद्धा तिवारी, नागेंद्र शर्मा सहित डीएलएड प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र-अध्यापक उपस्थित रहे। सुष्मिता के साथ उनके पिता संजय टोंड्रे और भाई हीरेन्द्र टोंड्रे भी उपस्थित रहे।

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