बेमेतरा जिला हुआ गौरवान्वित: कस्तूरबा विद्यालय की 5 शिक्षिकाओं को मिला छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान

शिक्षिकाओं को मिला छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान
बेमेतरा। बेमेतरा जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की 5 शिक्षिकाओं को छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया है। जिसमें में भारती घृतलहरे, ममता गुरूपंच, राजकिरण मिश्रा, गायत्री साहू, विजयलक्ष्मी परगनिया सम्मनित हुई।
वहीं जिले की स्कूल डूंडा की शिक्षिका शिखा चौबे, स्कूल कंतेली की शिक्षिका सुनीता राजपूत, स्कूल केंवतरा शिक्षिका और लेखिका वर्षा जैन और स्कूल राखी की प्रधानपाठक गायत्री जोगी को भी उनके उत्कृष्ट कार्याे के लिए छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह स्व. कामरेड नरेंद्र सिंह की स्मृति में शिक्षक कला प्रतिभा अकादमी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पंजीकृत संस्था के द्वारा आयोजित की गई। इन सभी शिक्षकाओं को विद्यालय में किया गए उनके उत्कृष्ट कार्याे के फल स्वरुप यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है। सभी शिक्षिकाएं अद्वितीय प्रतिभा की धनी है।

साहित्य कला में उत्कृष्ट के लिए शिक्षिकाओं को किया सम्मान
इस सम्मान समारोह में निधि चंद्राकर प्रांताध्यक्ष उड़ान छत्तीसगढ़ और राष्ट्रीय सचिव महिला जागृति मंच नई दिल्ली उपस्थिति रही। यह सम्मान यहां के नवाचारी शिक्षिकाओं के शिक्षा एवं साहित्य कला और खेल में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। 11 अक्टूबर को विमतारा इंद्रावती कॉलोनी शांति नगर रायपुर में स्वर्गीय कामरेड नरेंद्र सिंह की स्मृति में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था।
दो बालिका ने राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीता
कस्तूरबा परिवार के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि, एक साथ एक मंच पर समस्त शिक्षिकाओं को छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान प्राप्त हुआ। शिक्षिकाओं के मार्गदर्शन में शाला की बालिकाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सफलता दर्ज की है। यहां की दो बालिकाओं का खेल एवं शिक्षा मंत्रालय से सफलता की। डॉक्यूमेंट्री फिल्म बन चुकी है दोनों बालिका ने राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुके हैं। समस्त शिक्षिकाएं नवाचारी गतिविधियों से अध्यापन कराती हैं।
शिक्षिकाओं को स्कूल स्टॉफ ने दी बधाई
अध्यापन के साथ ही अन्य गतिविधियों जैसे स्वच्छता इको क्लब, योग, खेल, विज्ञान मॉडल, नृत्य साहित्य लेखन आदि में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही है जिससे यहां की बालिकाओं का सर्वांगीण विकास हो रहा है। सभी शिक्षिकाओं के स्कूल स्टॉफ और संस्था प्रमुखों ने अपने शिक्षिकाओं की इस सम्मान और उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी है।
