स्कूलों में दीपावली उत्सव: विद्यार्थियों ने बनाई रंगोली, सजाए दीये, शिक्षकों ने की सराहना

विद्यार्थियों ने मनाई दीपावली
बेमेतरा। बेमेतरा जिले के शासकीय प्राथमिक शाला चोरभट्टी में दीपावली उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर दीप सजावट प्रदर्शन, दीप प्रज्वलन और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजित किया। जिसमें विद्यार्थियों ने अत्यंत आकर्षक और सुंदर रंगोलियाँ बनाईं। दीप सजावट प्रदर्शन में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन किया।
रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नताशा कक्षा पाँचवी, द्वितीय स्थान यशश्वी कक्षा पाँचवी, दीप सजावट प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नमन वर्मा कक्षा पांचवी सभी विजेता विद्यार्थियों को विद्यालय परिवार की ओर से बधाई दी गई। साथ ही इनाम स्वरूप कॉपी और शील्ड प्रदान की गई।

ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने बच्चों को दीपावली के महत्व की जानकारी दी। स्वच्छता, सौहार्द और प्रकाश के पर्व के बारे में महत्व और जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन शिक्षकों और विद्यार्थियों के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में प्रधानपाठक कोमल प्रसाद सिन्हा, शिक्षक देवराम साहू, आशुतोष चौबे और भुनेश्वरी वर्मा उपस्थित रहे
साल्हेपुर स्कूल में भी मनाया गया दीपावली उत्सव
इधर, शासकीय प्राथमिक शाला साल्हेपुर में दीपावली के पावन पर्व पर सौहार्द, संस्कृति और सामुदायिक सहभागिता से भरपूर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वश्रेष्ठ प्रधान पाठक के पुरस्कार से सम्मानित अंबालिका पटेल के कुशल नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस विशेष उत्सव में बच्चों, अभिभावकों, एसएमसी सदस्यों, पालकों और ग्रामीणजनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

सदस्यों ने प्रधान पाठक के कार्य की सराहना की
इस कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों को मिठाई वितरण से हुई, जिससे उनके चेहरों पर खुशी झलक उठी। वर्तमान पंच और भूतपूर्व सरपंच ने बच्चों के लिए न्योता भोज का आयोजन किया गया। अंबालिका पटेल ने दीपावली के पावन त्यौहार पर शाला प्रबंधन समिति एसएमसी के सभी सदस्यों को गमछा दिया गया। साथ ही शाला की रसोईया बहनों को साड़ी भेंटकर सम्मानित किया गया। इससे समुदाय और शाला के बीच संबंध और सुदृढ़ हुए, सदस्यों ने प्रधान पाठक के कार्य की सराहना की।

जनपद सदस्य ने शाला परिसर का किया निरीक्षण
इस अवसर पर जनपद पंचायत बेरला के जनपद सदस्य नीरज पॉल विद्यालय पहुँचे। उन्होंने शाला परिसर की वस्तु स्थिति का निरीक्षण किया। बच्चों से प्रश्न पूछकर उनकी पढ़ाई का मूल्यांकन किया। उन्होंने विद्यार्थियों की प्रतिभा और विद्यालय के प्रयासों की सराहना की।
