बस्तर ओलंपिक के शुभारंभ में पहुंची मैरी कॉम: बोलीं- ट्राइबल युवाओं की प्रतिभा संभावनाओं से भरा, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे नाम रोशन

बस्तर ओलंपिक के शुभारंभ में पहुंची अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज मैरी कॉम
अनिल सामंत- जगदलपुर। बस्तर ओलंपिक खेलों के शुभारंभ अवसर पर गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज और ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट चैंपियन मैरी कॉम प्रियदर्शिनी स्टेडियम पहुंचीं। उनके आगमन से मैदान में मौजूद हजारों खिलाड़ियों में जोश और उत्साह उमड़ पड़ा। मैरी कॉम ने सभी खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनकी मेहनत और जज़्बे की सराहना की और आगामी मुकाबलों के लिए शुभकामनाएं दीं।
मीडिया से बातचीत में मैरी कॉम ने कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ट्राइबल युवा- युवतियों को खेलों से जोड़ने का प्रयास अत्यंत प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि ट्राइबल खिलाड़ी किसी भी मंच पर कम नहीं हैं और आने वाले समय में वे अपने गांव व राज्य का नाम देश-दुनिया में रोशन करेंगे। मैरी कॉम ने कहा कि, वे स्वयं एक गरीब परिवार से आती हैं, लेकिन खेल ने उन्हें नई पहचान और नई दिशा दी। मुक्केबाजी की शुरुआत में उनके पास बेहतर सुविधाएं नहीं थीं, फिर भी कड़ी मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया।

अब बन रहा नया बस्तर- मैरी कॉम
मैरी कॉम ने कहा कि, अवसर मिला तो वे भारत के नियाग्रा कहलाने वाले प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात अवश्य जाउंगी। उन्होंने बस्तर को 'नया बस्तर' बताते हुए कहा कि यहां विकास की गति स्पष्ट दिखाई दे रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं जनजातीय समुदाय से आते हैं और उन्हें जानकारी मिली है कि वे जनजातीय अंचल के समग्र विकास के लिए गंभीरता से कार्य कर रहे हैं।

बस्तर के खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे नाम रोशन
मैरी कॉम ने बस्तर ओलंपिक के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, एक दिन बस्तर के खिलाड़ी भी अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक में हिस्सा लेकर देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। खेल की दुनिया में मैरी कॉम का सफर बताता है कि, साधन सीमित हों या परिस्थितियाँ कठिन, यदि खिलाड़ी में जुनून, दृढ़ संकल्प और अनुशासन हो तो शिखर तक पहुँचना संभव है। उनकी प्रेरक यात्रा ट्राइबल युवाओं के लिए संदेश है कि अपनी क्षमता पर भरोसा रखें लगन और प्रतिबद्धता ही असली सफलता का मार्ग बनाती है।

