बारनवापारा अभयारण्य में बाघ की दस्तक: वन विभाग कर रहा ट्रैकिंग, लोगों को सचेत रहने की अपील
वन विभाग के कैमरे में कैद बाघ की तस्वीर
कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के बारनवापारा अभयारण्य क्षेत्र में एक बार फिर बाघ की मौजूदगी दर्ज की गई है। बाघ की गतिविधियों की पुष्टि होने के बाद वन विभाग की टीमें क्षेत्र में सक्रिय हो गई हैं और उसकी निगरानी के साथ सुरक्षा और संरक्षण के उपाय शुरू कर दिए गए हैं। डीएफओ गणवीर धम्मशील ने बताया कि यह बाघ संभवतः गरियाबंद या देवभोग क्षेत्र से यहां पहुंचा है।
डीएफओ ने कहा कि, बाघ की सटीक लोकेशन और मूवमेंट का पता लगाने के लिए ट्रैकिंग की जा रही है। विभाग यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि बाघ को उपयुक्त और सुरक्षित आवास क्षेत्र मिले। उन्होंने आसपास के गांवों और वनक्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों से अपील की है कि यदि किसी को बाघ नजर आता है तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें।
बारनवापारा अभयारण्य क्षेत्र में एक बार फिर बाघ ने दस्तक दिया है। जिसको देखते हुए अब वन विभाग की टीमें क्षेत्र में सक्रिय हो गई हैं. @GariyabandDist #Chhattisgarh @ForestCgGov pic.twitter.com/aRJCXdqbl2
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 10, 2025
भ्रामक खबरों से सचेत रहें- डीएफओ
डीएफओ ने यह भी कहा कि, किसी भी प्रकार की जान- माल की क्षति होने पर विभाग नियमानुसार मुआवजा प्रदान करेगा। मीडिया और जनसाधारण अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं पर विश्वास न करें और केवल अधिकृत स्रोतों से मिली जानकारी पर भरोसा करें।

पहले भी देखा गया है बाघ
लगभग एक वर्ष पूर्व भी बारनवापारा क्षेत्र में एक बाघ देखा गया था। जिसे सुरक्षित रूप से रेस्क्यू कर गुरु घासीदास तमोर पिंगला रिज़र्व क्षेत्र में छोड़ा गया था। यह दूसरी बार है जब बारनवापारा अभ्यारण्य में बाघ की उपस्थिति दर्ज की गई है। इसको लेकर पर्यटकों एवं वन्य प्रेमियों में खुशी है, वही स्थानीय रहवासियों में दहशत देखी जा रही है।
