लकड़ी के लिए लड़ाई: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद मची होड़, दो पक्षों के बीच मारपीट में एक घायल

विसर्जन करते हुए
कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में नवरात्रि के अवसर पर नगर पंचायत पलारी में नवमी और दशमी के दिन माता की प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला दिनभर चलता रहा। लेकिन प्रतिमा विसर्जन के बाद तालाब से लकड़ी का ‘पाटा’ निकालने की होड़ ने गंभीर विवाद का रूप ले लिया। मामला इतना बढ़ा कि, दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार, प्रतिमाओं के विसर्जन के कुछ घंटे बाद ही कुछ शरारती तत्व तालाब में उतरकर प्रतिमाओं को किनारे खींच लाते हैं। इसके बाद मिट्टी की परत व आवरण को तोड़कर मूर्तियों को खंडित कर दिया जाता है और बचा हुआ लकड़ी का ‘पाटा’ व फ्रेम निकालकर बेचने के लिए जमा कर लिया जाता है। बताया जाता है कि, ये लकड़ी मूर्तिकार लगभग 500-500 रु में खरीदते हैं। इसी लालच के चलते युवक तालाब में उतरकर मूर्तियों को तोड़ते हैं।
मारपीट में एक युवक के सिर पर आई गंभीर चोट
स्थानीय लोगों का कहना है कि, यह आस्था के साथ सीधा खिलवाड़ है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भक्तजनों ने प्रशासन और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना के दौरान तालाब में ‘लकड़ी का फ्रेम’ निकालने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। विवाद इतना बढ़ा कि, एक युवक से मारपीट में सिर पर गंभीर चोट आई। घायल युवक की शिकायत पर थाना पलारी में तीन-चार युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
रायपुर में गरबा महोत्सव की धूम
वहीं सीएम विष्णु देव साय नवरात्रि के पावन पर्व पर राजधानी रायपुर स्थित कई गरबा कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस अवसर पर साय ने मातारानी का दर्शन कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस दौरान रायपुर शहर गरबा के रंग में सराबोर दिखाई दिया और हर तरफ़ उत्सव का उल्लास वातावरण में व्याप्त था।
कई पंडालों में पहुंचे सीएम साय
सीएम साय भानपुरी स्थित श्री कच्छ कड़वा पाटीदार समाज, आशीर्वाद भवन में श्री गुजराती लोहाणा महाजन समाज द्वारा आयोजित 'झणकारो 2025' इनडोर स्टेडियम में 'रंगीलो रास 2025' और ओमाया पार्क में 'रास गरबा उत्सव' में सम्मिलित हुए। इन आयोजनों में समाजजनों ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक कच्छ पगड़ी पहनाकर और तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत किया। गरबा की धुनों और रंगारंग माहौल में मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने जनसमूह में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया।
सीएम साय ने नवरात्रि पर्व की दी बधाई
प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्र की शुभकामनाएँ देते हुए सीएम साय ने कहा कि, नवरात्रि उत्साह, उमंग और सद्भावना बढ़ाने का पर्व है। यह पर्व सामाजिक समरसता को और मजबूत करता है तथा जन-जन में ऊर्जा का संचार करता है। उन्होंने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ में देवी को विभिन्न स्वरूपों में पूजा जाता है और मातृशक्ति के आशीर्वाद से प्रदेश निरंतर उन्नति के पथ पर अग्रसर है।
सीएम साय ने शक्तिपीठों के बारे में बताया
सीएम साय ने कहा कि, दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी, धमतरी में मां अंगारमोती एवं बिलईमाता, सरगुजा और रतनपुर में मां महामाया, डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी जैसे अनेक स्वरूपों में माता प्रदेश में विराजमान हैं। इन सभी शक्तिपीठों का आध्यात्मिक महत्व न केवल प्रदेश की आस्था को मजबूत करता है बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी छत्तीसगढ़ को विशिष्ट पहचान प्रदान करता है।
‘बचत उत्सव’ से व्यापारियों को मिल रहा लाभ - सीएम साय
सीएम साय ने कहा कि, नवरात्र के प्रथम दिन ही यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जीएसटी रिफॉर्म लागू कर देश की आर्थिक गतिविधियों को नई गति प्रदान की है। यह सुधार न केवल व्यापार को सुगम बनाएगा बल्कि उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष लाभ भी देगा। सीएम ने कहा कि, आज ‘बचत उत्सव’ के माध्यम से आम नागरिकों की जेब में पैसों की उल्लेखनीय बचत हो रही है और यह अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार कर रही है।
स्वदेशी वस्तुओं की खरीदी को दें बढ़ावा - सीएम साय
सीएम साय ने लोगों से आह्वान किया कि जब भी बाजार जाएँ तो स्वदेशी वस्तुओं की खरीदी को प्राथमिकता दें। स्वदेशी से न केवल देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है बल्कि स्थानीय स्तर पर उत्पादन और स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होते हैं। उन्होंने कहा कि, स्वदेशी को अपनाना आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम है और यही देश की समृद्धि का आधार बनेगा।
