नेशनल लोक अदालत: बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में 30 हजार से अधिक मामलों का किया गया निराकरण

नेशनल लोक अदालत : बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में 30 हजार से अधिक मामलों का किया गया निराकरण
X

जिला न्यायालय बलौदाबाजार 

बलौदाबाजार में नेशनल लोक अदालत में 30 हजार से अधिक प्रकरणों का निराकरण किया गया। इस अवसर पर जिले के समस्त न्यायाधीशगण और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में अंतिम नेशनल लोक अदालत का आयोजन बलौदाबाजार में सफलतापूर्वक किया गया। लोक अदालत का आयोजन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अब्दुल जाहिद कुरैशी के मार्गदर्शन में तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अमिता जायसवाल के नेतृत्व में संपन्न हुआ। लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर जिले के समस्त न्यायाधीशगण एवं न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

कुटुम्ब न्यायालय में गठित खंडपीठ में पीठासीन अधिकारी राजभान सिंह द्वारा 22 पारिवारिक प्रकरणों का निराकरण किया गया। इनमें एक अत्यंत भावनात्मक एवं सराहनीय मामला वह रहा। जिसमें एक पिता द्वारा अपने बच्चों के विरुद्ध भरण-पोषण हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था। लोक अदालत में समझाइश के दौरान बच्चों ने अपने पिता को साथ रखने एवं देखभाल करने की सहमति व्यक्त की। वहीं पिता ने आत्मसम्मान को ध्यान में रखते हुए अपने भाई के साथ रहने की इच्छा जताई और यह बताया कि उन्हें सेवानिवृत्ति पश्चात ₹12,000 प्रतिमाह पेंशन प्राप्त होती है, जिससे वे अपना भरण-पोषण कर सकते हैं। उन्होंने अपने बच्चों की गलती माफ करते हुए प्रकरण वापस ले लिया।

पारिवारिक विवाद का किया गया समाधान
इसी खंडपीठ में एक अन्य सराहनीय पारिवारिक विवाद का भी समाधान हुआ। जिसमें पत्नी द्वारा पति के विरुद्ध भरण-पोषण का आवेदन प्रस्तुत किया गया था। न्यायालयीन समझाइश पर पति ने शराब की आदत छोड़ने, मारपीट व गाली-गलौच नहीं करने तथा पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का वचन दिया। जिसके बाद पति-पत्नी दांपत्य जीवन साथ निभाने के लिए तैयार हुए और प्रकरण का सौहार्दपूर्ण निराकरण हुआ। नेशनल लोक अदालत के अंतर्गत जिला बलौदाबाजार में न्यायालयों में लंबित प्रकरणों, ट्रैफिक चालान, अन्य पीटी ऑफेंस एवं राजस्व न्यायालयों सहित कुल 33,047 प्रकरण रखे गए थे। जिनमें से 30,001 प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण किया गया।

इन क्षेत्रों के लोगों का किया गया निपटारा
लोक अदालत में उपस्थित पक्षकारों की सुविधा हेतु जिला मुख्यालय के साथ-साथ व्यवहार न्यायालय सिमगा, भाटापारा एवं कसडोल में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की गई थी। जिसका लाभ बड़ी संख्या में पक्षकारों ने उठाया। इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित समस्त न्यायाधीशगण ने भी स्वास्थ्य जांच कराई। नेशनल लोक अदालत के इस सफल आयोजन से न्याय सुलभता, पारिवारिक सौहार्द एवं त्वरित न्याय की भावना को मजबूती मिली है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story