'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़े में 'प्रशासनिक गंदगी': साइक्लोथॉन के बाद सोनबरसा संरक्षित वन में छोड़ दिया गया गंदगी का अंबार

जमीन पर पड़ा हुआ पोस्टर
कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष एवं विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रविवार को बलौदाबाजार जिला प्रशासन द्वारा 'टूर दे बलौदाबाजार साइक्लोथॉन' कार्यक्रम का आयोजन सोनबरसा संरक्षित वन में किया गया। सैकड़ों साइकिल चालकों के साथ बड़ी संख्या में दर्शक और सरकारी कर्मचारी कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम के पश्चात संरक्षित वन में खाने-पीने का अपशिष्ट, प्लास्टिक कचरा और अन्य गंदगी छोड़ दी गई। वन्यजीव और पक्षी इन खाद्य अपशिष्ट और प्लास्टिक कचरे के संपर्क में आने से बीमार पड़ रहे हैं। इससे जंगल का प्राकृतिक इकोसिस्टम प्रभावित हुआ है और भूमि प्रदूषित हो रही है।

रिज़र्व फॉरेस्ट में कार्यक्रम के लिए वन विभाग की विधिवत अनुमति अनिवार्य
विशेषज्ञों और वन विभाग के अनुसार, रिज़र्व फॉरेस्ट में किसी भी बड़े कार्यक्रम के लिए वन विभाग की विधिवत अनुमति अनिवार्य है। ऐसे आयोजनों से पहले वन्यजीवों और वन की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए। इस मामले में सवाल उठता है कि क्या जिला प्रशासन ने विधिवत अनुमति ली और कार्यक्रम के बाद सफाई सुनिश्चित की।

संरक्षित वनों के प्रदूषण और क्षति की हो जांच
स्थानीय पर्यावरणविद और नागरिक प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि संरक्षित वन में हुई प्रदूषण और क्षति की तुरंत जांच की जाए और आवश्यक कार्रवाई करके वन्य जीवन और जंगल के इकोसिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। सोनबरसा संरक्षित वन में इस तरह के आयोजनों के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। ताकि, वन्यजीव सुरक्षित रहें और जंगल का प्राकृतिक वातावरण संरक्षित रहे।
बलौदाबाजार प्रशासन द्वारा 'टूर दे बलौदाबाजार साइक्लोथॉन' कार्यक्रम का आयोजन सोनबरसा संरक्षित वन में किया गया था। कार्यक्रम के बाद यहां गंदगियों का अंबार लग गया है। pic.twitter.com/C92CoHYM9X
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) October 2, 2025
