NHM कर्मचारियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन: दो महीने से वेतन रोकने पर सवाल, बर्खास्त हुए 25 कर्मियों की बहाली की भी मांग

दो महीने से वेतन रोकने पर सवाल, बर्खास्त हुए 25 कर्मियों की बहाली की भी मांग
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NHM कर्मचारियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़ के 16,000 से अधिक NHM संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिला जिसके कारण बलौदा बाजार सहित पूरे प्रदेश में कर्मचारी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।

कुश अग्रवाल - बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ माने जाने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा कर्मचारियों को अक्टूबर और नवंबर का वेतन नहीं मिला है। 16,000 से अधिक कर्मचारी, जिनमें बलौदा बाजार जिले के 516 कर्मचारी शामिल हैं, गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं।

कर्मचारियों का आरोप है कि अगस्त-सितंबर में हुई 33 दिनों की हड़ताल का बदला लेते हुए विभाग ने वेतन जारी नहीं किया, जबकि हड़ताल खत्म हुए महीनों बीत चुके हैं।

कलेक्टर से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन
बलौदा बाजार जिले के NHM कर्मचारियों ने बुधवार को कलेक्टर से मिलकर इन प्रमुख माँगों को लेकर ज्ञापन सौंपा:

  • दो महीनों का लंबित वेतन जारी करने
  • बर्खास्त 25 कर्मचारियों की बहाली
  • हड़ताल अवधि को शून्य दिवस घोषित करने
  • सेवा अभिलेख में अवधि जोड़ने
  • लंबित 5% वेतन वृद्धि लागू करने
  • वर्ष 2025–26 की वार्षिक वेतन वृद्धि जारी करने

आर्थिक तंगी: फीस, किराया और EMI तक अटकी
कर्मचारियों ने बताया कि स्कूल की फीस जमा नहीं हो पा रही, घर का किराया लंबित है, बैंक की EMI अटक गई है और दैनिक खर्चों को पूरा करना भी मुश्किल हो गया है। कई कर्मचारियों का कहना है कि स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि परिवार का खर्च चलाना भी चुनौती बन गया है।

33 दिनों की हड़ताल और बर्खास्तगी
18 अगस्त से 19 सितंबर 2025 तक प्रदेशभर के NHM कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल की, जिसमें बलौदा बाजार के 516 कर्मचारी शामिल थे। हड़ताल के दौरान 25 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया, जिनमें बलौदा बाजार के 3 प्रमुख कर्मचारी नेता भी शामिल थे। कर्मचारी इन सभी की तत्काल बहाली की मांग कर रहे हैं।

बदले की कार्रवाई- कर्मचारियों का आरोप
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी, गंगा राम धीवर का कहना है कि हड़ताल समाप्त होने के बाद सरकार ने उनकी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिया था, इसके बावजूद उन्हें दो महीनों का वेतन अभी तक जारी नहीं किया गया है। वे इसे विभाग द्वारा की गई दंडात्मक कार्रवाई मान रहे हैं।

वहीं संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी, रोशन लाल ने कहा कि आंदोलन के बाद हमारे 25 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त किया गया है, जिनको सेवा में वापिस बहाल कराने के लिए हम ये प्रदर्शन कर रहे हैं।

जल्द निर्णय नहीं हुआ तो फिर आंदोलन
कर्मचारियों ने साफ कहा कि यदि लंबित वेतन, बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली और वेतन वृद्धि जैसे मुद्दों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो वे दोबारा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

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