आयुष विवि का अनूठा कारनामा: दो जोन में जंची उत्तर पुस्तिकाएं, बिलासपुर में सब पास, रायपुर में टॉपर भी फेल

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रायपुर। आयुष विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणामों ने छात्रों को हैरान कर दिया है। अपने नतीजों से असंतुष्ट छात्र अब पुनर्मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने विवि के मुख्य द्वार के सामने डेरा जमा लिया। मामला बीएएमएस अर्थात बैचलर इन आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी का है। अगस्त माह में इसकी परीक्षा हुई थी और परिणाम अक्टूबर में घोषित किए गए। परिणाम आने के बाद से छात्र लगातार विवि प्रबंधन से मांग कर रहे हैं कि, उत्तरपुस्तिकाओं का पुनः मूल्यांकन किया जाए।
बीएएमएस पाठ्यक्रम 4 वर्ष 6 माह का होता है। अंतिम वर्ष के छात्रों संग यह वाकया हुआ है। 207 छात्रों ने परीक्षा दिलाई थी, इनमें से 105 को फेल कर दिया गया है। विशेष बात यह है कि, अधिकतर छात्र सर्जरी और शालाक्य विषय में फेल हुए हैं। जारी किए गए नतीजों के पैटर्न भी चौंकाने वाले हैं। शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बिलासपुर के नतीजे 100 प्रतिशत रहे हैं। कई अन्य महाविद्यालयों के परिणाम भी 80 से 90 प्रतिशत तक रहे हैं। इसके उलट रायपुर के शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज सहित इस जोन के अन्य महाविद्यालयों के परिणाम भी खराब रहे हैं।
विवि ने कहा-पुनर्मूल्यांकन नहीं, केवल पुनर्गणना
शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज रायपुर, राजीव - लोचन कॉलेज दुर्ग और भारती आयुर्वेदिक कॉलेज दुर्ग के परिणाम सर्वाधिक खराब हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा, हम केवल अपनी उत्तरपुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन करवाना चाहते हैं। विवि प्रबंधन का कहना है कि पुनर्मूल्यांकन का कोई प्रावधान नहीं है। छात्र यदि चाहें तो पुनर्गणना करवा सकते हैं। छात्रों ने विवि प्रबंधन सहित राज्यपाल तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री को भी आवेदन सौंपा है।
शासकीय महाविद्यालय में जंचती हैं कॉपियां
चूंकि मूल्यांकन कार्य गोपनीय कार्य के अंतर्गत आता है, ऐसे में विवि प्रबंधन द्वारा छात्रों को अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। अंदरूनी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तरपुस्तिकाएं रायपुर और बिलासपुर के शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में जांची जाती है। बिलासपुर शासकीय महाविद्यालय सहित उस जोन के अन्य कॉलेजों की कॉपियां रायपुर के शासकीय महाविद्यालय में जांची गई। इनके परिणाम 100 प्रतिशत अथवा इसके समकक्ष रहे हैं। इसी तरह से रायपुर शासकीय महाविद्यालय सहित उक्त जोन के अन्य कॉलेजों की उत्तरपुस्तिकाएं बिलासपुर शासकीय महाविद्यालय में भेजी गई। यहां टॉपर्स को भी फेल कर दिया गया है।
