BJP प्रत्याशी प्रेम कुमार की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र, शिक्षा, परिवार, संपत्ति और राजनीतिक सफर

Prem Kumar Biography
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Prem Kumar Biography

जानिए बीजेपी कैंडिडेट प्रेम कुमार की उम्र, शिक्षा, परिवार, जाति, संपत्ति और राजनीतिक करियर की पूरी जानकारी। बिहार चुनाव 2025 के उम्मीदवार की जीवनी पढ़ें।

Prem Kumar Biography: गया टाउन विधानसभा सीट सिर्फ ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व नहीं रखती, बल्कि बिहार की राजनीति में इसका विशेष स्थान है। यही वह सीट है जिसने भाजपा को लगातार जीत की परंपरा दी है। इस सीट से आठ बार के विधायक डॉ. प्रेम कुमार का नाम आज भी गया की सियासत में भरोसे और विकास का पर्याय माना जाता है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गया टाउन की सीट एक बार फिर चर्चा में है, जहां भाजपा ने अपने अनुभवी नेता डॉ. प्रेम कुमार पर भरोसा जताया है।

कौन हैं डॉ. प्रेम कुमार?

डॉ. प्रेम कुमार भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और गया टाउन से आठ बार के विधायक हैं। वे 1990 से लगातार जनता के बीच मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। उनकी सादगी, जनता से जुड़ाव और संगठनात्मक अनुशासन ने उन्हें बिहार की राजनीति में स्थायी पहचान दिलाई है।

डॉ. प्रेम कुमार राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं और कृषि, पर्यटन, नगर विकास जैसे विभागों का सफल संचालन किया है।


प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

डॉ. प्रेम कुमार का जन्म गया जिले में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गया से पूरी की और मगध विश्वविद्यालय से एम.एससी. और पीएचडी की डिग्री हासिल की। छात्र जीवन से ही वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे और बाद में भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ गए। शिक्षा क्षेत्र से राजनीति की ओर उनका रुख जनता की सेवा की भावना से प्रेरित था।


परिवार और जातिगत पृष्ठभूमि

डॉ. प्रेम कुमार एक मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार से आते हैं। वे अपनी सादगी और पारिवारिक मूल्यों के लिए जाने जाते हैं। उनके परिवार के लोग राजनीति से दूर रहकर भी समाजसेवा में सक्रिय हैं। वे भूमिहार जाति से हैं, जो गया सहित पूरे मगध क्षेत्र में प्रभावशाली मानी जाती है।


राजनीतिक सफर: संगठन से सत्ता तक

डॉ. प्रेम कुमार का राजनीतिक सफर भाजपा के शुरुआती दिनों से जुड़ा है।

  • 1990: पहली बार गया टाउन विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता।
  • 1995 से 2020 तक लगातार इस सीट से विजयी रहे — यानी आठ बार विधायक बने।
  • वे कई बार मंत्री पद पर भी रहे और बिहार सरकार में कृषि, नगर विकास और पर्यटन जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभाली।

बहरहाल, डॉ. प्रेम कुमार की पहचान एक ऐसे जननेता की है जो बिना दिखावे के काम करते हैं। तीन दशक से भी अधिक लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने साबित किया है कि राजनीति में ईमानदारी और सेवा ही स्थायी पूंजी है।

गया टाउन की जनता 2025 में एक बार फिर तय करेगी कि अनुभवी नेतृत्व बनाम नए प्रयोगों में किस पर भरोसा जताया जाए।

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