बिहार चुनाव: नीतीश के शपथ से पहले प्रशांत किशोर का हमला, बोले– भ्रष्ट नेता मंत्री बने तो जाएंगे कोर्ट

Prashant Kishor
Prashant Kishor: नीतीश कुमार के शपथग्रहण समारोह से पहले जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने साफ कहा कि अगर भ्रष्ट छवि वाले नेताओं को फिर से मंत्री बनाया गया, तो उनकी पार्टी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
भ्रष्ट नेता मंत्री बने तो जाएंगे कोर्ट: पीके
प्रशांत किशोर ने पार्टी की चुनावी हार की जिम्मेदारी स्वीकार की, लेकिन साथ ही सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उनका कहना है कि जिन चार नेताओं के बारे में उन्होंने पहले भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, अगर उन्हें नई सरकार में जगह मिली तो वे जनहित याचिका दायर करेंगे।
उन्होंने कहा, ''लोगों ने सरकार को बड़ा जनादेश दिया है। अब जिम्मेदारी सरकार की है कि ऐसे नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल न करे। अगर ऐसा हुआ तो हम कोर्ट जाएंगे।''
सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि आजाद भारत में पहली बार किसी राज्य सरकार ने चुनाव से पहले जनता के लिए 40,000 करोड़ रुपये खर्च करने का वादा किया और इसी वजह से NDA को भारी बहुमत मिला।
उन्होंने कहा, ''लोगों ने 10,000 रुपये के लिए वोट बेचे, यह कहना गलत है। बिहार का वोटर अपना भविष्य नहीं बेचता।”
पीके ने कहा कि चुनाव आयोग और सरकारी मशीनरी पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। PK ने आरोप लगाया किहर विधानसभा क्षेत्र में 60,000 से 62,000 लोगों को 10,000 रुपये देने की बात फैलाई गई। 2 लाख रुपये के लोन का वादा किया गया। सरकारी अधिकारी ड्यूटी पर रहते हुए लोगों को बता रहे थे कि NDA के आने पर उन्हें लोन मिलेगा। साथ ही जीविका दीदियों को चुनावी मोबलाइजर के रूप में इस्तेमाल किया गया।
चुनाव आयोग पर भी उठाए सवाल
प्रशांत किशोर ने कहा कि असली चिंता 'वोट चोरी' नहीं बल्कि सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग है। उन्होंने दावा किया कि मतदान के आखिरी दो घंटों में कई जगहों पर 15-20% तक वोटिंग बढ़ने का पैटर्न सामने आया, लेकिन चुनाव आयोग ने इसका कोई विस्तृत रिकॉर्ड सार्वजनिक नहीं किया।
PK ने विपक्ष से भी अपील करते हुए कहा कि हम छोटी पार्टी हैं, लेकिन विपक्ष से निवेदन है कि इसे गंभीरता से लें। जरूरत हो तो सुप्रीम कोर्ट जाएं।
