गाली-गलौज पर पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला: बोले- ये सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं, पूरे देश की मां-बहन-बेटी का भी अपमान

Bihar Jeevika Nidhi launch: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और आरजेडी पर तीखा हमला बोला। भावुक स्वर में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले बिहार की धरती पर मेरी मां का अपमान RJD-कांग्रेस के मंच से किया गया, जिसकी कल्पना भी उन्होंने कभी नहीं की थी।
पीएम मोदी ने कहा, "मां हमारी दुनिया है, मां हमारा आत्मसम्मान है। कुछ दिन पहले परंपराओं से समृद्ध बिहार की धरती पर मेरी मां का अपमान हुआ। यह सिर्फ मेरी मां का नहीं, बल्कि बिहार और पूरे देश की माताओं-बहनों का अपमान है। मैं जानता हूं, जितना दर्द मेरे दिल में है उतना ही दर्द बिहार की जनता के दिल में भी है।"
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi says, "...My mother separated me from her so that I could serve crores of mothers like you. You all know that now my mother is not alive. Some time ago, after completing 100 years of age, she left us all. That mother of mine, who has nothing… pic.twitter.com/xQK5Yp8UJF
— ANI (@ANI) September 2, 2025
भावुक हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर भी विपक्ष ने उनके लिए अपशब्द कहे। उन्होंने कहा, "मेरी मां ने मुझे अलग कर दिया ताकि मैं करोड़ों माताओं की सेवा कर सकूं। अब वह इस दुनिया में नहीं हैं। वह मां जिसने 100 साल पूरे किए और साधारण जीवन जिया, उसे भी बख्शा नहीं गया। यह बहुत ही दुखद और पीड़ादायक है।"
गरीबी में पाला परिवार
पीएम मोदी ने अपने बचपन की याद साझा करते हुए कहा, "मेरी मां ने हमें बेहद गरीबी में पाला। वह कभी अपने लिए नई साड़ी तक नहीं खरीदती थीं और हर पैसा परिवार के लिए बचाती थीं। देश की करोड़ों माताएं भी ऐसी तपस्या करती हैं।"
माताओं-बहनों का जीवन आसान बनाने के लिए एनडीए सरकार दिन-रात काम कर रही है। आज बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ कर गौरवान्वित हूं। https://t.co/381gpeg2oX
— Narendra Modi (@narendramodi) September 2, 2025
बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने संस्था के खाते में 105 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस योजना का उद्देश्य –
- महिलाओं को सस्ते ब्याज दर पर आसानी से कर्ज उपलब्ध कराना।
- महिलाओं की उद्यमिता को बढ़ावा देना।
- माइक्रोफाइनेंस संस्थानों पर निर्भरता घटाना (जहां 18-24% तक ब्याज देना पड़ता था)।
यह पूरी व्यवस्था डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संचालित होगी, जिससे धन सीधे जीविका दीदियों के बैंक खाते में जाएगा। इसके लिए 12,000 सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट दिए जा रहे हैं। यह कदम 20 लाख से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को फायदा पहुंचाएगा और उनके छोटे उद्यमों को मजबूत करेगा।
