बिहार चुनाव 2025: कर्पूरी ठाकुर के गांव से होगा पीएम मोदी का चुनावी शंखनाद! समस्तीपुर-बेगूसराय से करेंगे रैलियों की शुरुआत

NDA का चुनावी एजेंडा मुख्य रूप से तीन स्तंभों पर आधारित होगा: सुशासन, विकास और सामाजिक न्याय।
पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत एक बड़े राजनीतिक संदेश के साथ करने जा रहे हैं। वह समस्तीपुर जिले में स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव से चुनावी बिगुल फूंकेंगे। यह कदम अति पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को सीधे तौर पर साधने की NDA की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
आपको बता दें की कर्पूरी ठाकुर को हाल ही में भारत रत्न से सम्मानित किया गया है, और उनकी कर्मभूमि से अभियान शुरू करना सामाजिक न्याय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का संदेश देना चाहती है।
प्रधानमंत्री इसके बाद समस्तीपुर और बेगूसराय में दो बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। यह रैलिया मध्य और उत्तर बिहार की सीटों पर गठबंधन की पकड़ मजबूत करने और आगामी चुनाव के लिए एजेंडा सेट करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही हैं।
कर्पूरी ग्राम से चुनावी आगाज- सामाजिक समीकरण साधने की बड़ी चाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार चुनाव प्रचार अभियान जननायक कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव से शुरू होना, बिहार की जटिल सामाजिक राजनीति में एक निर्णायक दाव है। कर्पूरी ठाकुर को प्रदेश में अत्यंत पिछड़ा वर्ग के सबसे बड़े नेता और सामाजिक न्याय के पुरोधा के रूप में पूजा जाता है। बिहार के चुनावी गणित में EBC वर्ग लगभग 30% मतदाता हैं और यह सबसे महत्वपूर्ण वोट बैंक माना जाता है।
इस दौरे के माध्यम से NDA न केवल कर्पूरी ठाकुर के सम्मान को भुनाना चाहती है, बल्कि विपक्ष के सामाजिक न्याय के दावों को चुनौती देते हुए इस बड़े वोट बैंक को सीधे अपने पाले में लाने की कोशिश करेगी। पीएम मोदी अपनी रैलियों में केंद्र सरकार द्वारा गरीबों, वंचितों और पिछड़ों के लिए चलाई जा रही योजनाओं और 'डबल इंजन' सरकार के फायदों पर जोर देंगे। इस रणनीतिक शुरुआत से पूरे प्रदेश में एक मजबूत संदेश जाएगा कि NDA ही कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार कर रही है।
बेगूसराय और समस्तीपुर रैलियों का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी अपनी पहली चुनावी रैलिया समस्तीपुर और बेगूसराय में करेंगे, जो राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। समस्तीपुर की जनसभा से मिथिलांचल और मध्य बिहार के बड़े हिस्से को प्रभावित करने का लक्ष्य है, जिसमें दरभंगा, मुजफ्फरपुर, और वैशाली जैसे जिले शामिल हैं। इन क्षेत्रों में विभिन्न जातियों का मिश्रण है और पीएम की सीधी अपील से गठबंधन को मजबूत करने की उम्मीद है।
वहीं, बेगूसराय एक ऐसा क्षेत्र है जहा राजनीतिक विचारधाराओं की लंबी लड़ाई चली है। इन दोनों रैलियों के माध्यम से NDA मध्य और उत्तर बिहार के क्षेत्र में अपनी चुनावी जमीन मजबूत करना चाहती है, जहा विधानसभा की कई सीटें आती हैं। इन रैलियों में उमड़ने वाली भीड़ आगामी चुनाव में NDA की गति और शक्ति का संकेत देगी।
NDA का चुनावी एजेंडा और तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए NDA गठबंधन पूरी तरह से तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी का प्रचार अभियान का यह पहला चरण, चुनाव जीतने की उनकी वृहद योजना का हिस्सा है। NDA का चुनावी एजेंडा मुख्य रूप से तीन स्तंभों पर आधारित होगा: सुशासन, विकास और सामाजिक न्याय। भाजपा ने जमीनी स्तर पर बूथ मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री की रैलियों से कार्यकर्ताओं में जोश भरने और चुनावी माहौल बनाने में मदद मिलेगी।
