बिहार चुनाव 2025: 'मंडल की सियासत' से नीतीश को टक्कर देंगे लालू यादव, जानें मंगनीलाल की ताजपोशी के मायने

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बिहार: RJD प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करते मंगनीलाल मंडल। 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले RJD ने जदयू छोड़कर आए मंगनीलाल मंडल को प्रदेश अध्यक्ष बना रही है। जानिए लालू-तेजस्वी की रणनीति और सामजिक समीकरण।

Bihar political Equation : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने संगठन में बड़ा बदलाव कर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल को आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया है। इसकी औपचारिक घोषणा 19 जून को पटना के ज्ञान भवन में की जाएगी। शनिवार को नामांकन के वक्त लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

क्यों खास है मंगनीलाल मंडल की ताजपोशी?
मंडल अति पिछड़ा समुदाय से आने वाले मंगनीलाल मंडल का RJD अध्यक्ष बनना केवल संगठनात्मक बदलाव नहीं, बल्कि यह एक गहरी सामाजिक और राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। वे बिहार की 30-35% EBC (अतिपिछड़ा वर्ग) आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। मंडल के जरिए लालू-तेजस्वी की जोड़ी EBC और दलित वोट बैंक को साधने की कोशिश में है।

राजनीतिक विश्लेषण: EBC + MY समीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम आरजेडी की पारंपरिक MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण को EBC और दलितों के साथ जोड़ने की रणनीति का हिस्सा है। सीनियर जर्नलिस्ट प्रेम कुमार ने बताया कि लालू यादव अब MY प्लस रणनीति की ओर बढ़ रहे हैं।

तेजस्वी यादव की भूमिका और सोच
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर रोजगार-शिक्षा जैसे युवाओं से जुड़े मुद्दे उठाकर जहां आधुनिक राजनीति की छवि बना रहे हैं। वहीं अलग अलग समाज की मीटिंग भी कर रहे हैं। अब मंगनीलाल मंडल की अध्यक्ष पद की ताजपोशी से स्पष्ट है कि वह सामाजिक समीकरणों की पारंपरिक राह छोड़ने के मूड में नहीं हैं।

जोखिम भी है: उम्र और पार्टी इतिहास
बिहार की सियासत में पकड़ रखने कुछ लोगों का मानना है कि 76 वर्षीय मंगनीलाल मंडल की उम्र और दलबल वाली उनकी क्षवि पार्टी को RJD भी पहुंचा सकती है। हालांकि, लालू यादव ऐसा नहीं मानते। उन्हें भरोसा है कि मंडल समुदाय में मंगनीलाल की पकड़ पार्टी के लिए चुनावी हथियार बन सकती है।

NDA को टक्कर देने की तैयारी
वरिष्ठ पत्रकार राजेश पांडेय का कहना है, लोकसभा में हार के बाद RJD आत्ममंथन कर रही है और मंगनीलाल मंडल को अध्यक्ष बनाकर पार्टी संगठनात्मक स्तर पर मजबूती लाना चाहती है। यह कदम NDA को सीधे चुनौती देने की तैयारी है। राजद ने मंगनीलाल मंडल को अध्यक्ष बनाकर स्पष्ट कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव-2025 सिर्फ चेहरे पर नहीं, बल्कि सामाजिक समीकरणों का युद्ध होगा।

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