नीतीश सरकार की बड़ी पहल: हरियाणा से बिहार के लिए AC बस, किराए पर छूट; जानें पूरा डिटेल

प्रवासी यात्रियों के लिए इंटर-स्टेट बस सेवा, सस्ती और सुरक्षित यात्रा का वादा
Hariyana-Bihar Inter-State Bus: बिहार सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले ऐतिहासिक पहल करते हुए इंटर-स्टेट बस सेवा शुरू की है। इससे दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में रहने वाले लाखों बिहारी प्रवासियों को बडी राहत मिलेगी। छठ, दीपावली और दुर्गा पूजा पर वह आसानी से अपने गाँव-शहर लौट सकेंगे। इन बसों में यात्रा के लिए सरकार टिकट में भी सब्सिडी देगी।
मुंबई-दिल्ली सहित अन्य महानगरों में रहने वाले बिहार के लाखों परिवार हर साल छठ, दिवाली और दुर्गा पूजा पर अपने गांव लौटते हैं, लेकिन बस और ट्रेन टिकट की कमी के चलते उन्हें खासी परेशानी होती है। सरकार ने उनकी इस समस्या को देखते हुए इंटर-स्टेट बस सेवा शुरू करने का ऐलान किया है। यह बसें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर चलेंगी।
प्रवासी बिहारी यात्रियों की प्रमुख समस्याएँ
त्योहारों के समय बिहार लौटने वाले प्रवासी न सिर्फ भीड़भाड़, बल्कि महंगे किराये को लेकर भी परेशान होते हैं। ट्रेन टिकट महीनों पहले ही फुल हो जाते हैं। निजी बस ऑपरेटर उनसे मनमाना किराया वसूलते हैं। परिवार के साथ सफर करने वालों का खर्च कई गुना बढ़ जाता है। समय पर घर न पहुँच पाने की परेशानी त्योहारों की खुशी को कम कर देती है।
इंटर-स्टेट बस सेवा की विशेषताएँ
इंटर-स्टेट बसें पीपीपी (Public-Private Partnership) मोड पर संचालित होंगी। इसके लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम और निजी ऑपरेटरों के बीच पांच साल के लिए विशेष अनुबंध किया गया है।
बस सेवा के संचालन की समय सीमा
- बुकिंग शुरू: 1 सितंबर 2025 से
- संचालन अवधि: 20 सितंबर से 30 नवंबर तक
- यह योजना हर साल त्योहारों के मौसम में लागू की जाएगी।
Inter-State Bus: रूट्स और गंतव्य शहर
इंटर-स्टेट बसें हरियाणा और आसपास के शहरों से बसें बिहार के प्रमुख जिलों तक जाएंगी। हरियाणा में यह बसें गुरुग्राम, पंचकूला, अंबाला, चंडीगढ़, पानीपत से चलेंगी और पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया और पूर्णिया जाएंगी। 20 सितंबर से 30 नवंबर तक चलने वाली इन बसों के लिए 1 सितंबर 2025 से टिकट बुकिंग कर सकते हैं।
Inter-State Bus: सब्सिडी और किराया
हरियाणा-बिहार इंटर-स्टेट बसों में यात्रियों को किराए पर विशेष छूट दी जाएगी। त्योहारों के समय प्रति सीट ₹150 की सब्सिडी मिलेगी। जबकि, ऑफ सीजन (जब यात्री संख्या कम होगी) में प्रति सीट ₹300 की सब्सिडी दी जाएगी। इससे यात्रियों को महंगे किरायों से राहत मिलेगी और यात्रा सुगम होगी।
Inter-State Bus: बजट और खर्च
बिहार सरकार ने इन बसों के लिए 5 साल का अनुबंध किया है। इसके लिए ₹35 करोड़ 64 लाख बजट निर्धारित किया गया है। ₹71 लाख 28 हजार इमरजेंसी बजट रखा गया है। यानी कुल मिलाकर ₹36 करोड़ 35 लाख 28 हजार खर्च होने का अनुमान है। 7 करोड़ 27 लाख रुपए बिहार इमरजेंसी फंड से खर्च किए जाएंगे।
हरियाणा में कहां से मिलेंगी बिहार की बस
हरियाणा के 12 जिलों (फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर) में सबसे ज्यादा प्रवासी बिहारी रहते हैं। यही कारण है कि सरकार ने इन शहरों से इंटर स्टेट बस सेवा शुरू की है।
Inter-State Bus में मिलने वाले लाभ
प्रवासी बिहारी समय पर त्योहारों में शामिल हो पाएंगे। बस किराया सामान्य रहेगा, जिससे आर्थिक बोझ कम होगा। गाँव और शहर के बीच संपर्क बेहतर होगा। यह योजना रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी।
Inter-State Bus: चुनौतियाँ और समाधान
इंटर-स्टेट बसों में लंबी दूरी की यात्रा काफी चुनौतीपूर्ण होगी। यात्रियों की सुरक्षा बड़ा टॉस्क है। बसों की तकनीकी समस्या और ट्रैफिक जाम का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में अतिरिक्त स्टाफ और हेल्पलाइन नंबर जरूरी है।
FAQs
Q. यह बस सेवा कब से शुरू होगी?
A. 1 सितंबर से बुकिंग और 20 सितंबर से 30 नवंबर तक संचालन होगा।
Q. क्या यह योजना हर साल लागू होगी?
A. हाँ, त्योहारों के मौसम में हर साल इसे लागू किया जाएगा।
Q. किराए पर कितनी सब्सिडी मिलेगी?
A. पीक सीजन में ₹150 और ऑफ सीजन में ₹300 प्रति सीट।
Q. किन शहरों से बसें चलेंगी?
A. गुरुग्राम, पंचकूला, अंबाला, चंडीगढ़ और पानीपत से।
Q. बिहार में किन जिलों तक बसें जाएंगी?
A. पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया और पूर्णिया तक।
Q. क्या यह बस सेवा सुरक्षित होगी?
A. हाँ, सरकार और निजी ऑपरेटर मिलकर सुरक्षा मानकों का पालन करेंगे।
