अच्छी पहल: JEE-NEET की कोचिंग मुफ्त, छात्रों को मिलेंगी खास ट्रेनिंग; फिजिक्स वाला समेत 5 संस्थाओं से करार

बिहार: छात्रों को JEE-NEET की कोचिंग मुफ्त, फिजिक्स वाला समेत 5 संस्थाओं से करार
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बिहार: छात्रों को JEE-NEET की कोचिंग मुफ्त, फिजिक्स वाला समेत 5 संस्थाओं से करार

बिहार में छात्रों को JEE और NEET समेत अन्य कौशल और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मुफ्त में मिलेगा। शिक्षा विभाग ने इसके लिए फिजिक्स वाला सहित 5 संस्थाओं के साथ MOU साइन किया है।

JEE NEET Free Coaching Bihar: बिहार सरकार ने छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बिहार शिक्षा विभाग ने मंगलवार को फिजिक्स वाला सहित 5 शैक्षणिक संस्थाओं के साथ MOU (समझौता ज्ञापन) साइन किए हैं। इन समझौतों के तहत छात्रों को JEE-NEET कोचिंग, अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षण, जीवन कौशल विकास सहित अन्य रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मुफ्त में मिलेंगे।

फिजिक्स वालाह देगा मुफ्त JEE-NEET कोचिंग

देश की अग्रणी एडटेक कंपनी फिजिक्स वाला (PW) अब बिहार के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों को JEE और NEET की मुफ्त कोचिंग देगी।

स्टूडेंट्स के लिए इन स्कूलों में इंटरैक्टिव डिजिटल क्लास, अभ्यास परीक्षण और मॉक टेस्ट, AI-आधारित शंका समाधान टूल, फिजिक्स वालाह ऐप जैसी खास सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। कक्षा 9 से 12 तक की नियमित प्रगति की निगरानी की जाएगी।

अन्य संस्थाओं की पहलें

  • भारत इनोवेशन ग्लोबल: यह संस्था कक्षा 8 के छात्रों को राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशिप (NMMS) परीक्षा की तैयारी कराएगी। यह 2 साल का कार्यक्रम लाइव और रिकॉर्डेड क्लास, डिजिटल कंटेंट और हिंग्लिश में मॉक टेस्ट के साथ चलेगा।
  • फ्रीडम एडु: यह संस्था सरकारी स्कूलों में समग्र अंग्रेजी भाषा के पढ़ाई पर जोर देगी। इसमें छात्रों को इंग्लिस रीडिंग और स्पीकिंग के साथ उसे बेहतर तरीके से समझने पर फोकस किया जाएगा। ताकि, उनका आत्मविश्वास बढ़ सके।
  • गोइंग टू स्कूल फंड: यह संस्था कक्षा 7 से 12 के छात्रों के लिए जीवन कौशल और उद्यमिता पर केंद्रित कोर्स चलाएगा। हफ्ते में दो दिन स्पेशल क्लास होंगी। पहले दिन कहानी आधारित गतिविधियाँ और दूसरे दिन डिजिटल प्रोजेक्ट वर्क कराया जाएगा।
  • SGBS उन्नति फाउंडेशन: यह संस्था कॉलेज छात्रों के लिए रोजगारोन्मुखी कौशल विकास कार्यक्रम चलाएगी। 30 दिन तक रोजाना 3 घंटे क्लासरूम ट्रेनिंग और 600 से अधिक वीडियो व क्विज़ आधारित ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिए उन्हें दक्ष किया जाएगा। 70% प्रतिभागियों को रोजगार, स्वरोजगार और हायर एजुकेशन से जोड़ना है।

नवाचार और तकनीक से आएगी दक्षता

  • शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बताया, राज्य के बजट का 20% से अधिक शिक्षा के लिए आवंटित किया जाता है। ये साझेदारियाँ न केवल नवाचार और तकनीक लाएँगी, बल्कि छात्रों के लिए नए अवसर भी खोलेंगी।
  • शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा, बिहार में सबसे ज्यादा छात्र हैं। उन्हें गुणवत्तापूर्ण संसाधन और प्रतिस्पर्धी मार्गदर्शन देना हमारी प्राथमिकता है।
  • सरकार ने कहा कि सभी कार्यक्रमों की नियमित निगरानी और परिणाम-आधारित मूल्यांकन होगा। ताकि, जमीनी स्तर पर असर दिखाई दे।
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