SIT जांच में खुलासा: दीपा मांझी की नहीं थी शराब वाली गाड़ी, तस्करों ने बचने के लिए लगाया था पोस्टर

Deepa Manjhi Liquor Smuggling case
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Deepa Manjhi Liquor Smuggling case

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि तस्करों ने प्रचार वाहन का बैनर लगाकर शराब तस्करी की कोशिश की थी। दीपा मांझी या पार्टी का कोई संबंध नहीं मिला।

Bihar News: बिहार के गया जिले में जब्त की गई शराब वाली गाड़ी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। SP आनंद कुमार द्वारा गठित SIT की जांच में यह साफ हो गया है कि जिस गाड़ी पर ‘हम’ पार्टी की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी का पोस्टर लगा था, वह गाड़ी दीपा मांझी की नहीं थी।

दो शराब तस्कर गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि गाड़ी से 17 कार्टन शराब बरामद की गई और इस मामले में दो तस्करों — साकेत कुमार और राहुल दास को गिरफ्तार किया गया है। दोनों गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के निवासी हैं।

पुलिस जांच में बड़ा खुलासा

एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल ने प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने चुनाव प्रचार का पोस्टर गाड़ी पर इसलिए लगाया ताकि पुलिस की चेकिंग से बचा जा सके। गुरारू के बगडीहा रेलवे गुमटी के पास से शराब से भरी यह गाड़ी पकड़ी गई थी।

दीपा मांझी या 'हम' पार्टी का कोई संबंध नहीं

एसडीपीओ ने साफ किया कि इस गाड़ी या बरामद शराब से उम्मीदवार दीपा मांझी या किसी भी राजनीतिक दल का कोई संबंध नहीं है। निर्वाची अधिकारी की रिपोर्ट में भी पुष्टि की गई कि गाड़ी के लिए कोई प्रचार परमिट जारी नहीं हुआ था।

एसएसपी ने किया था SIT का गठन

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आनंद कुमार ने विशेष जांच दल (SIT) गठित की थी, जिसने गाड़ी के नंबर से तस्करों तक पहुंच बनाई। पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े दो और तस्करों की पहचान की है, जबकि वायरल वीडियो में दिख रहे अन्य लोगों की तलाश जारी है।

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