भाजपा प्रत्याशी संगीता कुमारी की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र शिक्षा परिवार संपत्ति और राजनीतिक सफर

मोहनिया विधानसभा 2020 के चुनाव में कुल 2,58,805 मतदाता थे।
जीवन परिचय (संगीता कुमारी): बिहार की राजनीति में महिला मतदाताओं का महत्व लगातार बढ़ रहा है, जो अक्सर चुनावी नतीजों में निर्णायक साबित होती हैं। इस व्यापक भागीदारी के बीच, अनुसूचित जाति (SC) से आने वाली महिला प्रतिनिधियों की राजनीतिक हिस्सेदारी और उनका प्रभाव भी राज्य के सामाजिक-राजनीतिक संतुलन को परिभाषित करता है।
कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा (अनुसूचित जाति आरक्षित) सीट से वर्तमान विधायक संगीता कुमारी का राजनीतिक सफर इसी परिदृश्य को दिखाता है। वह 2020 में राष्ट्रीय जनता दल l के टिकट पर निर्वाचित हुईं, लेकिन फरवरी 2024 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर गठबंधन की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया।
व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण
संगीता कुमारी का जन्म 1 जनवरी 1985 को हुआ था और 2025 के चुनावी हलफनामे के अनुसार उनकी आयु 40 वर्ष है। वह अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से आती हैं और उनके पति का नाम जयेंद्र कुमार है। उन्होंने 2008 में रांची विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और 2009 में नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय से बी.एड. की डिग्री प्राप्त की है। उनका स्थायी पता कैमूर जिले के मोहनिया क्षेत्र में स्थित ग्राम-दसौटी है।
आर्थिक स्थिति और संपत्ति का विवरण
संगीता कुमारी ने 2025 विधानसभा चुनाव के लिए अपना नवीनतम हलफनामे में अपनी और अपने पति की कुल चल और अचल संपत्ति लगभग 1 करोड़ 21 लाख घोषित की थी। इस संपत्ति में 82.45 लाख की अचल संपत्ति (जिसमें आवासीय और कृषि भूमि शामिल है) तथा 39.51 लाख की चल संपत्ति (वाहन और आभूषण) शामिल थी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 47 लाख की कुल ऋण भी घोषित की थीं।
राजनीतिक सफर और वर्तमान चुनावी चुनौती
संगीता कुमारी ने 2020 विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर जीत दर्ज की थी, जहा उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार निरंजन राम को 12,054 वोटों के अंतर से पराजित किया था। फरवरी 2024 में वह राजद छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं। वह वर्तमान में भाजपा की सदस्य हैं और NDA गठबंधन की ओर से 2025 के चुनाव में उम्मीदवार हैं। 2025 के चुनाव में उनके सामने महागठबंधन की चुनौती है, जिससे मोहनिया सीट पर मुकाबला महत्वपूर्ण बना हुआ है।
मोहनिया सीट पर महागठबंधन की चुनौती और प्रत्याशी
मोहनिया विधानसभा सीट पर महागठबंधन ने शुरू में राजद के सिंबल पर श्वेता सुमन को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि, 22 अक्टूबर 2025 को उनका नामांकन किन्हीं कारणों से रद्द कर दिया गया, जिससे महागठबंधन को बड़ा झटका लगा।
इस स्थिति के बाद, राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन ने मोहनिया से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे रवि पासवान को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। रवि पासवान, भाजपा के पूर्व सांसद छेदी पासवान के बेटे हैं और तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनका समर्थन करने की जानकारी दी है। इस तरह, निर्दलीय उम्मीदवार रवि पासवान अब मोहनिया में महागठबंधन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और उनका सीधा मुकाबला भाजपा की संगीता कुमारी से है।
मोहनिया (SC) विधानसभा का जातिगत समीकरण
मोहनिया विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (SC) आरक्षित है, जहा जातिगत समीकरण ही चुनावी नतीजों को सबसे अधिक प्रभावित करते हैं, इस क्षेत्र में अनुसूचित जातियों की भागीदारी सबसे अधिक है, जो कुल मतदाताओं का लगभग 24.67 प्रतिशत है। यह सबसे निर्णायक वोट बैंक है।
अनुसूचित जाति के अलावा, इस क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता लगभग 8.3 प्रतिशत हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के मतदाता भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह सीट मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र में आती है, जहा ग्रामीण मतदाताओं का झुकाव और लामबंदी बहुत मायने रखती है। 2020 के चुनाव में कुल 2,58,805 मतदाता थे, जिसमें 2024 तक और वृद्धि दर्ज की गई है।
