Bihar Election 2025: RJD में टिकट कटौती की बड़ी तैयारी, 18 से ज्यादा विधायकों की छुट्टी तय; लालू खुद कर रहे मॉनिटरिंग

Bihar election 2025 rjd ticket candidate
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तेजस्वी यादव।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद (RJD) में बड़े बदलाव की तैयारी है। पार्टी 18 से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है।

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी चल रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, डेढ़ दर्जन (लगभग 18 से अधिक) मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की संभावना है।

राजद अब "जिताऊ और स्वीकार्य चेहरों" की तलाश में है ताकि जनता के बीच नया उत्साह पैदा किया जा सके और संगठन को और मजबूत किया जा सके।

नए और जिताऊ चेहरों की तलाश

राजद के भीतर चल रही रणनीतिक बैठकों में स्पष्ट कर दिया गया है कि इस बार पार्टी सिर्फ विजेता क्षमता वाले उम्मीदवारों (Winning Candidates) को ही टिकट देगी।

  • कई विधायकों का क्षेत्र बदला जा सकता है।
  • कुछ सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जा सकती हैं।
  • पिछले चुनाव में हारने वाले कई उम्मीदवारों के टिकट भी रद्द किए जाने की संभावना है।

पाला बदलने वालों पर गिरी गाज

पिछले वर्ष एनडीए सरकार के विश्वासमत के दौरान राजद को भीतरघात (Cross Voting) का बड़ा झटका लगा था।

पार्टी के पांच विधायकों — चेतन आनंद (शिवहर), भरत बिंद (भभुआ), प्रह्लाद यादव (सूर्यगढ़ा), संगीता कुमारी (मोहनियां) और नीलम देवी (मोकामा) ने पाला बदल लिया था।

इसके अलावा विभा देवी (नवादा) और प्रकाश वीर (रजौली) ने भी भाजपा का साथ पकड़ लिया था।

अब इन सातों सीटों पर राजद नए उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कुछ सीटें महागठबंधन के सहयोगी दलों को भी दी जा सकती हैं।

तेजप्रताप यादव की सीट पर भी नया चेहरा

हसनपुर सीट से विधायक तेजप्रताप यादव को पार्टी पहले ही छह साल के लिए निष्कासित कर चुकी है।

ऐसे में इस बार इस सीट पर किसी युवा और साफ छवि वाले उम्मीदवार को मौका दिए जाने की चर्चा तेज है।

छपरा की तीन सीटों पर टिकट संकट

छपरा जिले की तीन सीटें — सोनपुर, परसा और मढ़ौरा — पर भी टिकट कटौती की तलवार लटक रही है।

  • सोनपुर: डॉ. रामानुज प्रसाद
  • परसा: छोटे लाल राय
  • मढ़ौरा: जितेंद्र कुमार राय

संगठन इन नेताओं के प्रदर्शन से असंतुष्ट बताया जा रहा है। अगर पार्टी रणनीति के अनुसार नए उम्मीदवार उतारती है तो इन तीनों की टिकट से विदाई तय है।

लालू की निगरानी में टिकट चयन

सूत्रों के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव खुद हर सीट की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि “इस बार टिकट रिश्तों या प्रभाव से नहीं, बल्कि वफादारी और जनसंपर्क के आधार पर दिया जाएगा।”

लालू हर उम्मीदवार की ग्राउंड रिपोर्ट और संगठनिक फीडबैक खुद देख रहे हैं।

राजद के अंदर यह संदेश अब साफ है — “परफॉर्मेंस ही टिकट की कुंजी है।”

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