BJP प्रत्याशी स्वीटी सिंह की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र, शिक्षा, परिवार, संपत्ति और राजनीतिक सफर

BJP Candidate Sweety Singh Biography
X

बीजेपी प्रत्याशी स्वीटी सिंह की बायोग्राफी।

BJP Candidate Sweety Singh: जानिए बीजेपी कैंडिडेट स्वीटी सिंह की उम्र, शिक्षा, परिवार, जाति, संपत्ति और राजनीतिक करियर की पूरी जानकारी। बिहार चुनाव 2025 के उम्मीदवार की जीवनी पढ़ें।

BJP Candidate Sweety Singh Biography: इस साल बिहार चुनाव में किशनगंज जिले का राजनीतिक समीकरण बिल्कुल अलग नजर आ रहा है। किशनगंज जिले में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी के लोग हैं। यहां पर लगभग 68 फीसदी आबादी मुस्लिम है, जो जीत-हार तय करते हैं। 2020 विधानसभा चुनाव में किशनगंज जिले की 4 में से सीटों पर आरजेडी का कब्जा है। वहीं, एक सीट किशनगंज पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी।

इस बार भी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का दबदबा दिखाई दे रहा है। इस जिले में बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन यानी की कुल 4 सीटें हैं। इनमें से सबसे ज्यादा चर्चित सीट किशनगंज की रही है। भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी स्वीटी सिंह 4 बार इस सीट से चुनाव हार चुकी हैं। इसके बावजूद भी बीजेपी ने 5वीं बार स्वीटी सिंह पर भरोसा जताया है। पढ़िए स्वीटी सिंह की पूरी बायोग्राफी...

स्वीटी सिंह की बायोग्राफी

बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए किशनगंज विधानसभा सीट से स्वीटी सिंह को एक बार फिर टिकट दिया गया है। 46 वर्षीय स्वीटी सिंह पेशे से वकील हैं और राजपूत समुदाय से आती हैं। उन्होंने साल 2015 में पूर्णिया (बीएनएमयू मधेपुरा) के बीएमटी लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की। इसके अलावा उन्होंने साल 2002 में सुंदरवती महिला कॉलेज से बीए भी किया है। उनके पति सिकंदर सिंह ठाकुरगंज सीट से पूर्व विधायक रहे हैं। उन्होंने साल 1995 में चुनाव जीता था। वे कृषि, किराया और व्यवसाय से जुड़े हैं।

स्वीटी सिंह का सियासी सफर

स्वीटी सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2006 में की थी, जब उन्हें जिला परिषद सदस्य के रूप में चुना गया था। बाद में वह जिला परिषद अध्यक्ष बनीं। यह उनके राजनीतिक सफर का पहला कदम था, जिसमें उन्होंने स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया। फिर 2011 के पंचायत चुनाव में स्वीटी सिंह एक बार फिर जिला पार्षद के रूप में चुनी गईं। इसके बाद उन्होंने विधानसभा के चुनावों में अपना डेब्यू किया। साल 2010 में स्वीटी सिंह बीजेपी प्रत्याशी के रूप में किशनगंज से चुनावी मैदान में उतरीं, लेकिन उन्हें 264 वोट से हार का सामना करना पड़ा।

उस चुनाव में उन्हें लगभग 38,603 वोट मिले थे। फिर 2015 में स्वीटी सिंह ने फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 57,913 वोट मिले, लेकिन फिर भी हार गईं। इसके बाद 2019 के उपचुनाव और 2020 के विधानसभा चुनाव में भी स्वीटी सिंह को जीत नहीं मिल पाई। वह लंबे समय से किशनगंज में बीजेपी का बड़ा चेहरा रही हैं और लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। इसके चलते पार्टी ने उन पर फिर से भरोसा जताया है।

स्वीटी सिंह की कुल संपत्ति

स्वीटी सिंह बिहार के सबसे अमीर महिला प्रत्याशियों में से एक हैं। उनके पास कुल लगभग 19.86 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें 75.64 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट और 95.97 लाख रुपये की फ्लेक्सी डिपॉजिट शामिल है। इसके अलावा उन पर 4.34 करोड़ रुपये का ऋण भी है।

क्या इस बार मिलेगी जीत?

स्वीटी सिंह बिहार के किशनगंज विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की महिला प्रत्याशी हैं। पार्टी ने लगातरा 5वीं बार उन पर भरोसा जताया है। वे युवा और प्रभावशाली महिला नेता ,हैं जो क्षेत्र में महिलाओं और युवाओं के विकास के मुद्दे को उठाती रहती हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में किशनगंज विधानसभा सीट से कांग्रेस के इजहारूल हुसैन ने स्वीटी सिंह को 1,381 वोटों के अंतर से हराया था।

वहीं, इस बार के चुनाव की बात करें, तो इस साल भी स्वीटी सिंह के सामने कड़ी चुनौती है। इस सीट पर कांग्रेस ने मोहम्मद कमरुल होदा को मैदान में उतारा है, जिन्होंने साल 2019 में हुए उपचुनाव में एआईएमआईएम के टिकट पर जीत दर्ज की थी। वहीं, एआईएमआईएम ने शम्स आगाज को चुनावी मैदान में उतारा है। अगर इस चुनाव में बीजेपी हिंदू वोटरों को एकजुट करने के साथ ही मुस्लिम वोटों का बंटवारा करा सके, तो स्वीटी सिंह को जीत मिल सकती है। बता दें कि 11 नवंबर को दूसरे चरण में किशनगंज विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं।

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए haribhoomi.com के साथ।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story