BJP प्रत्याशी मंगल पांडे की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र, शिक्षा, परिवार, संपत्ति और राजनीतिक सफर

बीजेपी प्रत्याशी मंगल पांडे की बायोग्राफी।
BJP Candidate Mangal Pandey: बिहार में चुनाव का बिगुल बज चुका है। 6 नवंबर को पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान होने वाले हैं। इस बार एनडीए और महागठबंधन के बीच रोमांचक मुकाबला होने देखने को मिलेगा। बिहार की सिवान विधानसभा सीट उन हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है, जहां हर चुनाव में कांटे का होता है। ऐसे में इस बार भी देखना एनडीए और महागठबंधन में से कौन सी पार्टी का उम्मीदवार बाजी मारता है।
इस सीट से बीजेपी की ओर से एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर मंगल पांडे को चुनावी मैदान में उतारा गया है। वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक प्रमुख और सक्रिय नेता हैं। वर्तमान में वह बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के पद पर कार्यरत हैं। मंगल पांडे पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में...
मंगल पांडे की बायोग्राफी
मंगल पांडे का जन्म 1972 में बिहार के सिवान जिले के महाराजगंज प्रखंड के भिरगु बलिया गांव में हुआ था। वह एक किसान परिवार से आते हैं। मंगल पांडे के पिता का नाम अवधेश पांडे और माता का नाम प्रेमलता पांडे है। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई महाराजगंज और देवी दयाल हाई स्कूल से पूरी की। मंगल पांडे ने 19 अप्रैल, 1998 को उर्मिला पांडे से शादी की। उनका एक बेटा है, जो दिल्ली के मॉडर्न स्कूल में पढ़ता है।
मंगल पांडे का राजनीतिक सफर
मंगल पांडे ने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रखा दिया था। उनका राजनीतिक सफर साल 1987 में शुरू हुआ है। मंगल पांडे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े। इस दौरान उन्होंने सरकार विरोधी पर्चे छापने, विरोध प्रदर्शन करने और प्रदर्शन आयोजित करने में शामिल हो गए। इसके बाद साल 1988 से मंगल पांडे ने आरएसएस की शाखाओं में जाना शुरू कर दिया, जिसके बाद वे नियमित स्वयंसेवक बन गए।
फिर 1989 में मंगल पांडे महाराजगंज से प्राथमिक सदस्य के रूप में बीजेपी में शामिल हुए। उन्हें महाराजगंज कार्यसमिति के सदस्य बनाया गया। 1992 में पांडे को बीजेपी की सीवान इकाई का कार्यकारी समिति सदस्य चुना गया, जिसके बाद से वह अभी तक राजनीति में बने हुए हैं। साल 1994 में मंगल पांडे को भारतीय जनता युवा मोर्चा की राज्य कार्यसमिति में शामिल किया गया था।
साल 1997-98 के दौरान लालकृष्ण आडवाणी की स्वर्ण जयंती रथ यात्रा के सह प्रभारी थे। फिर साल 2000 में पांडे को भाजयुमो का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2005 से 2010 तक वे लगातार बिहार बीजेपी के प्रदेश महासचिव रहे। फिर साल 2013 में अचानक से उन्हें बीजेपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। उनके कार्यकाल में बीजेपी ने संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत किया, जिसके परिणामस्वरूप 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में से 31 सीटों पर एनडीए से जीत हासिल की थी।
वर्तमान में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री
मंगल पांडे 7 मई 2012 को बिहार विधान परिषद के सदस्य बने, जिसके बाद उन्होंने बिहार सरकार में 2 कार्यकालों में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया है। उनका पहला कार्यकाल जुलाई 2017 से अगस्त 2022 तक और दूसरा कार्यकाल 28 जनवरी 2024 तक रहा। बीजेपी प्रत्याशी मंगल पांडे वर्तमान में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। मार्च, 2024 में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाला। बिहार के अलावा मंगल पांडे को साल 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश का बीजेपी प्रभारी भी नियुक्त किया गया था।
मंगल पांडे की संपत्ति
बिहार के सिवान विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी मंगल पांडे के पास करोड़ों की संपत्ति है। चुनावी हलफनामे के अनुसार, पांडे के पास 1.47 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 87 लाख रुपये की अचल संपत्ति है।
उनकी पत्नी के पास 52.84 लाख रुपये की चल संपत्ति और 43 लाख रुपये की अचल संपत्ति है। पांडे ने 2024-25 के लिए अपने हलफनामे में कुल 18,92,836 रुपये घोषित किए हैं, जबकि उर्मिला की कुल आय 12,77,642 रुपये है। हलफनामे के अनुसार, मंगल पांडे के पास 7.8 लाख रुपये मूल्य का 240 ग्राम सोना है, जबकि उनकी पत्नी के पास 22.09 लाख रुपये मूल्य का 680 ग्राम सोना और 3.3 लाख रुपये मूल्य की 7 किलो चांदी है। हलफनामे के अनुसार, उर्मिला पांडे ने 2019 में दिल्ली के द्वारका में 90 लाख रुपये में एक फ्लैट और 2024 में पटना में 47.33 लाख रुपये का एक फ्लैट खरीदा था।
पहली बार लड़ रहे विधानसभा चुनाव
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने उन्हें सिवान विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। पिछले लोकसभा चुनाव में सिवान सीट से जेडीयू को जिताने में मंगल पांडे ने बड़ी रणनीतिक भूमिका निभाई थी। अब सिवान विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना उनके राजनीतिक करियर का एक नया अध्याय होगा। वहीं, महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में आरजेडी के दिग्गज नेता अवध बिहारी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
अवध बिहारी अभी तक 6 बार सिवान विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे चुके हैं। उन्होंने अलग-अलग दलों के टिकट पर चुनाव लड़कर चुनाव में जीत हासिल की। साल 1985 में जनता पार्टी, 1990,1995 जनता दल और 2000,2005,2020 का विधानसभा चुनाव आरजेडी प्रत्याशी से जीतते रहे हैं। ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी मंगल पांडे के लिए सिवान से चुनाव जीतना एक बड़ी चुनौती होगी। बता दें कि सिवान में लगभग सभी जातियों के लोग रहते हैं। यहां पर 25 फीसदी से ज्यादा आबादी मुस्लिम है, जो चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा यादव, भूमिहार और दलित समुदाय के लोग भी रहते हैं।
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