VHT 2025: कौन हैं रामकृष्णा घोष? धोनी की CSK के गेंदबाज़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में मचाया तहलका

Who is Ramakrishna Ghosh: कौन हैं सीएसके के पेसर रामकृष्ण घोष जिसने विजय हजारे में 7 विकेट लिए।
Who is Ramakrishna Ghosh: अगर आपने इस सोमवार विजय हजारे ट्रॉफी पर नजर नहीं डाली, तो आप भारतीय घरेलू क्रिकेट का एक शानदार तेज गेंदबाज़ी शो मिस कर गए। महाराष्ट्र के रामकृष्णा घोष ने ऐसा प्रदर्शन किया, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
जयपुर में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ खेले गए मुकाबले में 28 साल के इस राइट आर्म पेसर ने गेंद से ऐसा कहर बरपाया कि पूरी बल्लेबाज़ी लाइन-अप बिखर गई। घोष ने 9.4 ओवर में 42 रन देकर 7 विकेट झटके और विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में एक मैच में 7 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले सिर्फ 12वें गेंदबाज़ बन गए।
घोष ने शुरुआत से ही बता दिया था कि आज कुछ खास होने वाला है। अपने पहले ही स्पेल में उन्होंने हिमाचल के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया। महज 7 ओवर के भीतर 4 बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे। जब किसी तेज गेंदबाज़ को इतनी जल्दी लय मिल जाए, तो बल्लेबाज़ों के लिए दिन लंबा हो जाता है।
हालांकि हिमाचल प्रदेश की टीम किसी तरह 271 रन तक पहुंच गई, जिसमें मिडिल ऑर्डर की कुछ अहम साझेदारियां शामिल रहीं। लेकिन जैसे ही पारी के आखिरी ओवर आए, घोष फिर लौटे और बची-खुची उम्मीदें भी खत्म कर दीं। उन्होंने पहले अपना पहला लिस्ट-A पांच विकेट हॉल पूरा किया और फिर दो और विकेट लेकर आंकड़ा सात तक पहुंचा दिया।
यह प्रदर्शन सिर्फ एक दिन का चमत्कार नहीं है। रामकृष्णा घोष इस पूरे सीजन लगातार अच्छा कर रहे। विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में उन्होंने सिक्किम और पंजाब के खिलाफ तीन-तीन विकेट लिए थे। यह सात विकेट वाला मैच उनके फॉर्म की स्वाभाविक ऊंचाई माना जा रहा।
इस प्रदर्शन से चेन्नई सुपर किंग्स भी जरूर खुश होगी। CSK ने घोष को 2025 IPL ऑक्शन में खरीदा था और उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर उन्हें 2026 सीजन के लिए रिटेन भी किया है। अगर यही फॉर्म IPL में दिखी, तो एमएस धोनी की टीम को एक घातक तेज गेंदबाज़ मिल सकता है।
रिकॉर्ड की बात करें तो विजय हजारे में एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड शहबाज़ नदीम (8/10, 2018) के नाम है, जबकि अर्पित गुलेरिया (8/50, 2023) भी यह कारनामा कर चुके हैं। हालांकि, दशकों लंबे घरेलू क्रिकेट इतिहास में टॉप-12 की लिस्ट में जगह बनाना भी अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। महाराष्ट्र को अब एक ऐसा गेंदबाज़ मिल गया है, जो अकेले दम पर मैच का रुख पलट सकता है।
