Washington Sundar: बाकियों को मौके...मेरा बेटा एक-दो मैच खराब खेले तो बाहर, वॉशिंगटन सुंदर के पिता सेलेक्टर्स पर भड़के

washington sundar century: वॉशिंगटन सुंदर के पिता ने सेलेक्टर्स पर बेटे के साथ भेदभाव के आरोप लगाया।
Washington Sundar's Father statement: इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर ड्रॉ कराने में वॉशिंगटन सुंदर का अहम रोल रहा। उन्होंने मुश्किल हालात में शतक ठोका। अब इस मैच के बाद इस ऑलराउंडर के पिता मणि सुंदर ने सेलेक्टर्स पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं। वॉशिंगटन सुंदर के पिता का कहना है कि बेटे को लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम से बाहर किया जाता है जबकि कई दूसरे खिलाड़ियों को बार-बार मौके मिलते रहते हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में वॉशिंगटन ने 101 रन की नाबाद पारी खेली थी। टीम उस समय हार की कगार पर थी, जब केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे बैटर आखिरी दिन जल्दी-जल्दी आउट हो गए थे। सुंदर ने रवींद्र जडेजा के साथ 203 रन की नाबाद साझेदारी कर मैच को ड्रा कराया और भारत को हार से बचा लिया।
सुंदर के साथ नाइंसाफी हो रही: पिता
इस पारी के बावजूद सुंदर के पिता मणि का कहना है कि उनके बेटे के साथ लगातार नाइंसाफी की जा रही। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, 'वॉशिंगटन लगातार अच्छा कर रहा है लेकिन उसकी परफॉर्मेंस को नजरअंदाज किया जाता है। दूसरे खिलाड़ियों को हर सीरीज़ में मौके मिलते हैं, लेकिन मेरा बेटा एक-दो मैच खराब खेल दे तो बाहर कर दिया जाता है।'
वॉशिंगटन सुंदर के पिता ने आगे कहा, 'मेरा बेटा एक-दो मैच में भी फेल हो जाए तो उसे टीम से बाहर कर दिया जाता है। यह सही नहीं है। वाशिंगटन ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में टर्निंग पिच पर नाबाद 85 और उसी साल अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ 96* रन बनाए थे। अगर उन दो पारियों में शतक भी जड़े होते, तब भी उसे टीम से बाहर कर दिया जाता। क्या किसी और भारतीय क्रिकेटर के लिए ऐसा रवैया अपनाया गया? इन सबके बाद वह काफी मजबूत हो गया है और इसी का नतीजा है कि लोग अब उसका प्रदर्शन देख रहे हैं।'
इस सीरीज में वॉशिंगटन को पहले टेस्ट में जगह नहीं मिली, लेकिन बाद के तीन टेस्ट में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि बल्लेबाज़ी में पहले दो मैचों में रन नहीं बने, लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट में उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 4 विकेट लिए थे।
'सुंदर को आईपीएल टीम ने भी कम मौके दिए'
मणि सुंदर का गुस्सा सिर्फ चयनकर्ताओं पर ही नहीं, बल्कि आईपीएल की टीम गुजरात टाइटन्स पर भी निकला। उन्होंने कहा, 'वॉशिंगटन को आईपीएल 2025 में सिर्फ 6 मैच ही खेलने को मिले। जबकि एलिमिनेटर में उसने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 48 रन की पारी खेली थी। राजस्थान ने यशस्वी जायसवाल को जितना समर्थन दिया, वैसा कोई और नहीं करता।"
उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू क्रिकेट में भी वॉशिंगटन को लगातार मौके नहीं मिलते हैं। उसने इन सबके बीच खुद को मानसिक रूप से मज़बूत बना लिया है, तभी आज वो ऐसे प्रदर्शन कर रहा।
